Tata Motors Rolled Out First Batch Of Electric Tata Tigor From Sanand Facility
नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने भारत में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों की पारी की शुरुआत कर दी है। कंपनी ने गुजरात के साणंद प्लांट से इलेक्ट्रिक टाटा टिगोर की पहली खेप जारी कर दी है। इन कारों को विशेष रूप से एनर्जी एफिशियेंसी सर्विसेज (EESL) के लिए बनाया है।
दरअसल, EESL की ओर से टाटा मोटर्स को 10 हजार इलेक्ट्रिक कारों की सप्लाई का टेंडर मिला था। हालांकि बाद में इस टेंडर का 30 फीसदी हिस्सा महिंद्रा एंड महिंद्रा को सौंप दिया गया था। रतन टाटा, टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखर तथा टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक गुएंतर बुशचेक ने इलेक्ट्रिक टाटा टिगोर की पहली खेप को हरी झंडी दिखाई।
इसके लिए सितंबर 2017 में टाटा मोटर्स को 1120 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला था। कंपनी को 7000 यूनिट्स की सप्लाई दो चरणों में करनी है। इसकी पहली खेप 30 दिसंबर 2017 से पहले सौंपनी थी। उल्लेखनीय है कि सरकार वायु प्रदूषण तथा तेल आयात पर लगाम लगाने के लिए 2030 तक केवल इलेक्ट्रिक कारों के इस्तेमाल का लक्ष्य लेकर चल रही है।
EESL के मुताबिक, टाटा मोटर्स ने इन कारों की न्यूनतम कीमत 10.16 लाख रुपए रखी है। हालांकि इसमें जीएसटी टैक्स शामिल नहीं है। इन कारों की वारंटी 5 साल की होगी। इन कारों का इस्तेमाल मंत्रालयों और सरकारी विभाग के कर्मचारी ही कर पाएंगे। कार को सीधे EESL से खरीदा जा सकेगा या लीज पर ले सकेंगे।