प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के बाली पहुंचे हैं। आज प्रधानमंत्री इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि, इंडोनेशिया, बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग ही अनुभूति होती है, एक अलग ही एहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन महसूस कर रहा हूं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के बाली पहुंचे हैं। आज प्रधानमंत्री इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि, इंडोनेशिया, बाली आने के बाद हर हिंदुस्तानी को एक अलग ही अनुभूति होती है, एक अलग ही एहसास होता है। मैं भी वही वाइब्रेशन महसूस कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि, बाली से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर, भारत के कटक शहर में महानदी के किनारे ‘बाली जात्रा’ का महोत्सव मनाया जा रहा है…ये महोत्सव, भारत और इंडोनेशिया के बीच हजारों वर्षों के trade relations को Celebrate करता है। हम लोग अक्सर बातचीत में कहते हैं- It’s a small world..।
PM @narendramodi on the vibrant and strong ties between India and Indonesia. pic.twitter.com/sSPfoQpysQ
— PMO India (@PMOIndia) November 15, 2022
भारत और इंडोनेशिया के संबंधों को देखें, तो ये बात बिल्कुल सटीक बैठती है। समंदर की विशाल लहरों ने भारत और इंडोनेशिया के संबंधों को लहरों की ही तरह, उमंग से भरा और जीवंत रखा है। अपनत्व के विषय में भारत की तारीफ तो होती ही है, लेकिन इंडोनेशिया के लोगों में भी अपनत्व कम नहीं है।
पिछली बार जब मैं जकार्ता आया था तब इंडोनेशिया के लोगों ने जो स्नेह और प्यार दिया, वह मैंने महसूस किया था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि, ऐसा बहुत कुछ है, जो भारत और इंडोनेशिया ने अब तब संजो कर रखा है। बाली की ये भूमि महर्षि मार्कन्डेय और महर्षि अगस्त्य के तप से पवित्र है।