पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पद से तुरंत हटाया जाए। यह मांग शिवसेना ने बुधवार को की है। आरोप लगाया है कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के हालात पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस नीत राज्य सरकार व विपक्षी भाजपा के बीच जारी राजनीतिक संघर्ष की पृष्ठभूमि में शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के कदम संविधान के खिलाफ हैं।
मुंबई। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पद से तुरंत हटाया जाए। यह मांग शिवसेना ने बुधवार को की है। आरोप लगाया है कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के हालात पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस नीत राज्य सरकार व विपक्षी भाजपा के बीच जारी राजनीतिक संघर्ष की पृष्ठभूमि में शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के कदम संविधान के खिलाफ हैं।
इसमें कहा गया कि पश्चिम बंगाल में अस्थिरता और अशांति पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल को तुरंत हटाया जाना चाहिए। बता दें कि शिवसेना ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रति समर्थन जताया था। इसमें कहा गया कि तृणमूल के चार नेताओं की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी से राजनीतिक बदले की बू आती है।
सामना में कहा गया, ‘2014 के नारद स्टिंग ऑपरेशन में वे रिश्वत लेते कैमरे पर नजर आए थे। बाकी के दो आरोपी मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी जो अब भाजपा के साथ हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? भाजपा के साथ आने से और ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़ने से क्या वे बेदाग हो गए?