नई दिल्ली। पूरी दुनिया को कोरोना वायरस की तबाही देने वाले चीन में अब जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। अब चीन की एक रियल स्टेट कम्पनी एवरग्रांड दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम बनाने जा रही है। इसके निर्माण में 1.7 बिलियन डॉलर (करीब 13 हजार करोड़) रुपए खर्च होंगे। इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख तक होगी। इस समय बार्सिलोना का कैम्प नाऊ दुनिया का सबसे बड़ा क्लब फुटबॉल स्टेडियम है। इसमें एक साथ 99,354 दर्शक बैठ सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक ग्वांगझू में तैयार हो रहा स्टेडियम 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। गुरुवार को ग्वांगझू में इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। यह चीन के फुटबॉल क्लब ग्वांगझू एवरग्रांड का होम ग्राउंड होगा। निर्माण कार्य में जुटी रियल स्टेट कंपनी एवरग्राउंड के अध्यक्ष शिया हुजैन ने बताया कि हमारा लक्ष्य ऐसी इमारत बनाना है, जिसकी तुलना सिडनी के ओपेरा हाउस और दुबई के बुर्ज खलीफा से हो। यह स्टेडियम दुनिया में चीनी फुटबॉल की नई पहचान बनेगा। मुझे उम्मीद है कि 2023 के एशियन कप की ओपनिंग सेरेमनी इसी में होगी। एवरग्रांड क्लब का घरेलू मैदान तियान्हे स्टेडियम है। इसकी दर्शक क्षमता 60 हजार है। टीम 2011 से यहां प्रैक्टिस कर रही है।
ग्वांगझू को फ्लावर सिटी कहा जाता है। इसलिए इस स्टेडियम का आकार कमल के फूल जैसा रखा गया है। इसे शंघाई के अमेरिकी डिजाइनर हसन सईद ने तैयार किया है। इसका कंस्ट्रक्शन एरिया करीब 3 लाख स्क्वायर मीटर होगा। इसमें कुल 16 वीवीआईपी रूम, 152 प्राइवेट रूम, फीफा सदस्यों और एथलीट्स के लिए अलग से एरिया और मीडिया रूम होगा।
ईएसपीएन के मुताबिक, रीयल स्टेट ग्रुप एरवग्रांड चीन में ऐसे 3 और स्टेडियम बनाने की प्लानिंग कर रही है। इनकी दर्शक क्षमता भी 80 हजार से 1 लाख होगी। इस तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर चीन भविष्य में फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी का दावा कर सकता है। हालांकि, इसी साल चीन में फीफा क्लब वर्ल्ड कप होना था। लेकिन कोरोना की वजह से इसे 1 साल के लिए टाल दिया गया।