लखनऊ। कोरोना वायरस जिन जगहों से प्रसारित होता है, उनमें एक कागज भी है। इस वजह से कागज के नोटों से भी संक्रमण का खतरा भी बढ़ा है। इसके लिए यूपी के कई शहरों में इस मशीन का प्रयोग नकद लेनदेन में किया जा रहा है। अकेले कानपुर के 175 पेट्रोल पंपों में नोटों से संक्रमण खत्म करने के लिए यह मशीन लगाई जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि इस मशीन को देश के सभी पेट्रोल पंपों में लगाया जाएगा। दूसरे चरण में इसे रिटेल व्यापारियों को दिया जाएगा जिनके पास कैश का लेन-देन ज्यादा होता है। यूपी पेट्रोल एंड एचएसडी डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमशंकर मिश्रा ने बताया कि अब भी पेट्रोल पंपों पर नगद लेनदेन ज्यादा है।
नोटों से कोरोना वायरस फैलने का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए संक्रमण मुक्त करना जरूरी हो गया है। यह फैसला ऑल इंडिया पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की पहल के बाद लिया गया है। ऑल इंडिया पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन ने विशेष रूप से इस मशीन को बनवाया है और सभी जगह लगवाने की तैयारी की है। एक मशीन की कीमत लगभग 7500 रुपए है।
मशीन में नोट को रख कर बंद कर दिया जाता है। जैसे मशीन का दरवाजा लॉक होता है, इसमें चारों तरफ लगे यूवी लैंप से अल्ट्रा वॉयलेट-सी किरणें निकलने लगती हैं। इसमें पंखा भी लगाया गया है, ताकि यूवी-सी रे फैलकर करेंसी नोट के हर हिस्से को सेनेटाइज कर सके। नोट पूरी तरह वायरस फ्री होने के बाद मशीन में लगी बेल बजने लगती है। इसके बाद नोट को निकाल लिया जाता है। इस नोट के इस्तेमाल में कोई खतरा नहीं रह जाता।