लखनऊ: शरद पूर्णिमा का पर्व इस साल 30 अक्टूबर यानी आज मनाया जाने वाला है। यह पर्व धन की बरसात करने वाला पर्व माना जाता है। कहा जाता है इस दिन कुबेर का पूजन करना चाहिए क्योंकि वह धन के राजा हैं। उनका पूजन करने से धन वर्षा होती है।
आपको बता दें, पृथ्वीलोक की समस्त धन संपदा का एकमात्र कुबेर को ही स्वामी कहा जाता है। वह ही हैं जो सभी की धन संबन्धित इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। वैसे कुबेर भगवान शिव के परमप्रिय सेवक भी हैं और धन के अधिपति होने के कारण इन्हें शरद पूर्णिमा की रात मंत्र साधना द्वारा प्रसन्न करने का विधान बताया गया है। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुबेर जी को शरद पूर्णिमा की रात में खुश करने के मंत्र।।
यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये
धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय दापय स्वाहा।।
श्रीं ह्रीं श्रीं ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:। ॐ
विनियोग- अस्य श्री कुबेर मंत्रस्य विश्वामित्र ऋषि:वृहती छंद: शिवमित्र धनेश्वरो देवता समाभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोग:
मनुजवाह्य विमानवरस्थितं गुरुडरत्नानिभं निधिनाकम।
शिव संख युक्तादिवि भूषित वरगदे दध गतं भजतांदलम।।
वैश्रवणाय स्वाहा:
श्री ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नम:।
कहा जाता है इन मन्त्रों से कुबेर को खुश कर उनसे अपने घर में धनवर्षा करवाई जा सकती है। तो शरद पूर्णिमा की रात जरूर पढ़े यह मंत्र।