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आज का पंचांग, 5 जून 2021: किस समय लगेगा राहुकाल और कब हैं शुभ मुहूर्त? जानिए शनिवार का पंचांग

05 June 2021: जानिए शनिवार की ग्रह स्थितियां और दिन का पंचांग, जहां से आपको मिलेगा आज के दिन के शुभ और अशुभ समय का ज्ञान। आज ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की एकादशी है। आज रेवती नक्षत्र है। आज चन्द्रमा मीन में है। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है।

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

5 जून 2021 का पंचांग: आज ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की एकादशी है। आज रेवती नक्षत्र है। आज भगवान विष्णु की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज अन्न व तिल का दान करें। आज व्रत रहें। शनिवार को उड़द व काले वस्त्र के दान का बहुत महत्व है। आज हनुमान जी की विधिवत पूजा करें व सुन्दरकाण्ड का पाठ करें। आज चन्द्रमा मीन में है। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज शनिवार है। 5 June 2021 शनिवार को दशमी तिथि समाप्ति 6:15:00 तदोपरांत एकादशी है। दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी है। शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पढ़ने और गायत्री मंत्र का जाप करने से भय नहीं लगता है और समस्त बिगड़े काम बनने लगते हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं। इस स्थिति में परवल कलंबी नहीं खाना चाहिए वह अन्नप्रासन विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गई है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

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प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।

आज का पंचांग 5 जून 2021 –

विक्रम संवतः- 2078

शक संवतः- 1943

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आयनः- उत्तरायण

ऋतुः- ग्रीष्म ऋतु

मासः- ज्येष्ठ माह

पक्षः- कृष्ण पक्ष

तिथिः- दशमी तिथि समाप्ति 6:15:00 तदोपरांत एकादशी

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तिथि स्वामीः- दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी।

नक्षत्रः- रेवती 11:28:00तक तदोपरान्त अश्विनी नक्षत्र

नक्षत्र स्वामीः- रेवती नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा अश्विनी नक्षत्र के स्वामी केतु देव जी हैं।

योगः- सौभाग्य 03:03:06 तक तदोपरान्त शोभन

दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से अदरक खाकर जाएं।

गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 05:22:00 A.M से 07:07:00 P.M बजे तक।

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राहुकालः- राहुकाल 08:51:00P.M से 10:35:00 P.M बजे तक।

तिथि का महत्वः- इस स्थिति में परवल कलंबी नहीं खाना चाहिए वह अन्नप्रासन विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गई है।

शुभ मुहूर्त- अभिजीत12:53 pm से 12:46 pm तक।
विजय मुहूर्त02:38 pm से 03:31 pm तक।
गोधुली मुहूर्त06:59 pm से 07:21 pm तक।

आज राहुकाल- प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा। इस दौरान कोई भी मंगल या शुभ काम आरंभ नहीं  करना चाहिए।

 

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