महाराष्ट्र में सियासी खींचतान जारी है। इस मामले के जल्द सुलझने के आसान नहीं दिख रहे हैं। इसके साथ ही बागी विधायकों के खिलाफ शिवसेना के सख्त तेवर भी होते जा रहे हैं। महाराष्ट्र के कई हिस्सों में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है। इन सबके बीच उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे खेमे में बीच जोर-आजमाइश लंबा खिंचता हुआ दिख रहा है।
Uddhav government crisis: महाराष्ट्र में सियासी खींचतान जारी है। इस मामले के जल्द सुलझने के आसान नहीं दिख रहे हैं। इसके साथ ही बागी विधायकों के खिलाफ शिवसेना के सख्त तेवर भी होते जा रहे हैं। महाराष्ट्र के कई हिस्सों में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है। इन सबके बीच उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे खेमे में बीच जोर-आजमाइश लंबा खिंचता हुआ दिख रहा है।
इस बीच आदित्य ठाकरे का बड़ा बयान आया है। उन्होंने बागी नेताओं को लेकर कहा कि जो दगाबाजी करता है वो कभी भी नहीं जीतता है। उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को बागी कहते हैं वो यहां से भाग गए। अगर वो सच में बागवत करना चाहते थे तो वो यहां रहकर बगावत करते। उन्हें इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहिए।
आदित्य ठाकरे ने कहा, दूसरा फ्लोर टेस्ट तब होगा जब वे हमारे सामने बैठकर मुझसे आंख से आंख मिलाकर बात करें। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने कहा कि जिन लोगों ने बगावत की है उन्हें सामने आना पड़ेगा। इन लोगों को यहां से भागकर नहीं जाना चाहिए। फ्लोर टेस्ट से पहले उन्हें अपना मोरल टेस्ट (नैतिक परीक्षा) देना चाहिए। फिर उन्हें जनता जवाब देगी।