नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर पूरी तरह से रोकधाम के बाद ही देश में विमान सेवा को दोबारा शुरू करने की इजाजत दी जाएगी। केन्द्रीय नागरिक उड्यन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा से प्रतिबंध तभी हटाया जाएगा जब सरकार को भरोसा हो जाएगा कि कोरोना को नियंत्रित कर लिया गया है। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई कंपनियों ने 4 मई से घरेलू विमानों के लिए टिकट बुकिंग शुरू कर दी है।
ट्वीट करके केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि एयरलाइंस कंपनियों के लिए रविवार को आदेश जारी किया गया है और उन्हें बुकिंग शुरू करने से रोका गया है। उन्होंने कहा, ‘मैं एक बार फिर करना चाहता हूं कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश में विमान सेवा पर प्रतिबंध लगाया गया है और इसे तभी हटाया जाएगा जब हम विश्वास में होंगे कि कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित कर लिया गया है और इससे हमारे देश और लोगों को कोई खतरा नहीं है।’
‘
केन्द्रीय नागरिक उड्यन मंत्री ने कहा कि कुछ एयरलाइंस कंपनियों ने हमारी सलाह को नहीं माना और बुकिंग शुरू कर दी और यात्रियों से पैसे एकत्रित करने लगे, उन्हें ऐसा करने से रोकने के लिए 19 अप्रैल को आदेश जारी किया गया है। उन्हें यह भी बताया गया है कि बुकिंग शुरू करने के लिए उन्हें पर्याप्त समय और नोटिस दिया जाएगा।
गौरतलब है कि सरकार की एडवाइजरी के बाद सरकारी विमान कंपनी एयर इंडिया ने टिकटों की बुकिंग रोक दी थी, लेकिन कई प्राइवेट कंपनियों ने इसे नजरअंदाज करते हुए बुकिंग चालू रखी। इसके बाद डीजीसीए ने रविवार को एक सर्कुलर जारी किया। इसमें कहा गया कि सभी एयरलाइंस को निर्देशित किया जा रहा है कि अभी टिकट बुकिंग ना करें।
देश में लागू लॉकडाउन के चलते घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं पर रोक है। इस दौरान केवल मालवाहक विमानों को उड़ान की छूट है। इस बीच कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर यह भी शिकायत की है कि एयरलाइन कंपनियां विमान रद्द होने के बावजूद किराया नहीं लौटा रही हैं और उन्हें इस पैसे से भविष्य में यात्रा करने को कह रही हैं।