नई दिल्ली। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने के लिए होने वाले अहम मतदान से पहले कंजरवेटिव पार्टी के एक सांसद के दल-बदल कर ‘ब्रेक्जिट’ विरोधी लिबरल डेमोक्रेट पार्टी में शामिल हो जाने से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को संसद में अपना बहुमत खो दिया। लिबरल डेमोक्रेट्स ने एक बयान में कहा, ‘लिबरल डेमोक्रेट्स को यह घोषणा करते हुए खुशी महसूस हो रही है कि ब्रैकनेल सांसद फिलिप ली पार्टी में शामिल हो गए हैं।’
कुछ दिन पहले ही बोरिस जॉनसन ने ब्रेग्जिट की समयावधि तक संसद को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा था और महारानी ने इसे मंजूरी भी दे दी थी। संसद में बोरिस जॉनसन ने कहा कि वह आम चुनाव नहीं चाहते हैं। बता दें कि बोरिस जॉनसन ब्रेग्जिट के समर्थक हैं। उन्होंने कहा, ‘कोई ऐसा कारण नहीं है कि ब्रेग्जिट में देरी स्वीकार की जाए।’
संसद में बोरिस जॉनसन का बहुमत न होने की वजह से मध्यावधि चुनाव की अटकलें भी तेज हो गई हैं। मंगलवार को शुरू हुई संसद में जॉनसन ने कहा कि ब्रेग्जिट में 31 अक्टूबर से ज्यादा देर नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘हम न ही पीछे हटने का प्रस्ताव स्वीकार करेंगे और न जनमत संग्रह को रद्द करेंगे। ‘
बोरिस जॉनसन 24 जुलाई को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे। टरीजा मे के बाद उन्हों यह पद संभाला। यूरोपाय संघ की सदस्यता पर हुए जनमत संग्रह में वह प्रमुख चेहरा था। वह ब्रिटेन के विदेश मंत्री भी रह चुके हैं।