यूपी विधानसभा के चुनाव में दो चरणों के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। तीसरे चरण का चुनाव 20 फरवरी को होना सुनिश्चित है। यहां से शुरु होने वाले आगे के चरणों में कई बड़े दिग्गज ऐसे हैं जिनका सम्मान इस चुनाव में दांव पर लगा हुआ है।
लखनऊ। यूपी विधानसभा के चुनाव में दो चरणों के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। तीसरे चरण का चुनाव 20 फरवरी को होना सुनिश्चित है। यहां से शुरु होने वाले आगे के चरणों में कई बड़े दिग्गज ऐसे हैं जिनका सम्मान इस चुनाव में दांव पर लगा हुआ है। इन बड़े चेहरों में शिवपाल यादव,राजा भैया और उमाशंकर सिंह जैसे वो नाम है जिन पर अपना ही रिकार्ड तोड़ने का दबाव होगा। यानी पिछले चुनाव से भी ज्यादा अंतर से मिली जीत इस बात की ओर इशारा करेगी कि इनका जनता में प्रभाव ठीक वैसे ही है जैसे पिछले चुनावों में रही है।
शिवपाल यादव
शिवपाल सिंह यादव इस विधानसभा सीट से 1996 में पहली बार विधायक चुने गए। इस सीट से वह लगातार पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। इस सीट से उनके नाम सर्वाधिक मतों से जीत का रिकार्ड है। वर्ष 2017 के चुनाव में उन्हें 126834 यानी 54.73 फीसदी मत मिले। दूसरे नंबर पर रहने वाले भाजपा के मनीष यादव को 74218 यानी 32.03 फीसदी वोट मिले। शिवपाल इस बार गठबंधन कर सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे हैं। जसवंतनगर में तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है।
रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया कुंडा प्रतापगढ़ से छह बार से लगातर विधायक हैं। वह सातवीं बार भी मैदान में हैं। 2017 में उन्हें रिकार्ड 136597 यानी 69.32 फीसदी वोट मिले। दूसरे नंबर पर रहने वाले भाजपा के जानकी शरण को मात्र 32950 वोट यानी 16.72 फीसदी मत मिले। कुंडा में पांचवें चरण में मतदान 27 फरवरी को होगा।
उमाशंकर सिंह
उमा शंकर सिंह पहली बार वर्ष 2012 और दूसरी बार वर्ष 2017 में विधायक चुने गए। वर्ष 2017 के चुनाव में उन्हें 92272 यानी 48.16 फीसदी और भाजपा के राम इकबाल सिंह को 58385 यानी 30.47 फीसदी वोट मिले। इस बार भी वह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां छठे चरण में 3 मार्च को मतदान होना है।