यूपी चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 2011 से इंताजर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर वो बसपा छोड़ने के बाद वो सपा में आ गए होते थे जनता को पांच साल के बुरे दिन नहीं देखने पड़ते। साथ ही कहा कि जब वो विधानसभा में विपक्ष में बैठते थे तो दमदारी से सवाल करते थे और हम जवाब देते थे।
UP Election 2022: यूपी चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 2011 से इंताजर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर वो बसपा छोड़ने के बाद वो सपा में आ गए होते थे जनता को पांच साल के बुरे दिन नहीं देखने पड़ते। साथ ही कहा कि जब वो विधानसभा में विपक्ष में बैठते थे तो दमदारी से सवाल करते थे और हम जवाब देते थे।
स्वामी प्रसाद मौर्य जी का मैं तो इंतजार कर रहा था 2011 से।
जब बहुजन समाज पार्टी को छोड़ा था इन्होंने 2017 में तब अगर सपा में आ गए होते तो हमें 5 साल के बुरे दिन नहीं देखने पड़ते।
उत्तर प्रदेश आज सबसे आगे दिखाई देता।: माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव, फाजिलनगर, कुशीनगर। pic.twitter.com/DmvChgJomG— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 27, 2022
पहले हम आमने-सामने बैठते थे अब हम एक साथ बैठेंगे और आजादी के बाद जिनको हक और सम्मान नहीं मिला उनके लिए काम करेंगे। अखिलेश यादव ने ये बातें फाजिलनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। इस दौरान उन्होंने यूपी की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।
साथ ही कहा कि प्रदेश में सरकार बनने पर 22 लाख युवाओं को आईटी सेक्टर में रोजगार देंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि, पिछड़ा दलित एक साथ आकर इतना समर्थन करे, यह मैंने पहले कभी नहीं देखा। हो सकता है करहल की जीत सबसे बड़ी जीत हो। मैं चाहता हूं सबसे बड़ी जीत उसकी हो जिसके लिए मैं वोट मांगने आया हूं।