उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को राज्य में दोबारा पूर्ण बहुमत तो मिल गया लेकिन योगी सरकार पार्ट 1 में उपमुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू विधानसभा से मिली हार ने सबके सामने सवाल खड़ा कर दिया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को राज्य में दोबारा पूर्ण बहुमत तो मिल गया लेकिन योगी सरकार पार्ट 1 में उपमुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य को सिराथू विधानसभा से मिली हार ने सबके सामने सवाल खड़ा कर दिया। आखिर पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक, हमेशा अपनी हंसी से एक अलग ही छटा बिखेरने वाले केशव चुनाव कैसे हार गये इसका सॉलिड जवाब अभी तक किसी के पास नहीं था। हालांकि अब वो प्रमुख वजह सबके सामने आ गई है जिसमे केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव में मिली हार का खुलासा हुआ है।
दरअसल यूपी भारतीय जनता पार्टी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चुनावी समीक्षा की एक 80 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट के माध्यम से वो प्रमुख वजह सामने आई है जिसमे केशव मौर्य को चुनाव में मिली हार का जिक्र है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अपना दल और निषाद पार्टी से गठबंधन के बाद भी कुर्मी और निषाद बिरादरी का अपेक्षित समर्थन भाजपा को नहीं मिल सका है, जबकि इन पार्टियों को भाजपा का वोट ट्रांसफर हुआ है। यही वजह है कि उन्हें अच्छी संख्या में सीटें मिली हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि ऐसी कई पिछड़ी जातियों की ओर से भाजपा को समर्थन न मिलना ही सिराथू सीट से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की हार की वजह बन गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुशवाहा, कुर्मी, मौर्य, सैनी, निषाद, पाल, शाक्य, राजभर बिरादरी के लोगों ने बड़ी संख्या में भाजपा को वोट नहीं दिया और वे सपा गठबंधन की ओर चले गए। 2017 में इन सभी जातियों का बड़ा समर्थन भाजपा को मिला था। हालांकि इसके बाद भी भाजपा को आसानी से जीत मिल गई और वह सरकार बनाने में सफल रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुस्लिमों का इस बार बहुत जबरदस्त ध्रुवीकरण सपा के पक्ष में था और कई सीटों पर यह भी भाजपा के खिलाफ गया।
भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन गाजीपुर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ जैसे जिलों में रहना है। इन तीन जिलों की 22 सीटों में से भाजपा को एक भी नहीं मिल पाई। बता दें कि केशव भले ही चुनाव हार गये हो लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पूरा सम्मान दिया है। केशव प्रसाद मौर्य को योगी सरकार पार्ट 2 में उपमुख्यमंत्री के तौर पर बरकरार रखा गया है। वो वर्तमान सरकार में ग्राम विकास, खाद्ध प्रसंसकरण और मनोरंजन कर विभाग के मंत्री बनाये गये हैं।