उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। इसको लेकर बिजली संकट बढ़ती जा रही है। कई जिलों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (Energy Minister AK Sharma) के बीच बैठक हुई है।
UP Electricity Workers Strike: उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। इसको लेकर बिजली संकट बढ़ती जा रही है। कई जिलों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (Energy Minister AK Sharma) के बीच बैठक हुई है। बैठक के बाद ऊर्जा मंत्री ने कहा कि, मुख्यमंत्री को पूरे मामले से अवगत कराया गया है। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के 22 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
इन लोगों के खिलाफ एस्मा के तहत कार्रवाई होगी। इनमें से छह को निलंबित किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि संविदाकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है। उन्होंने बताया कि अब तक 1332 संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गयी है। शाम तक अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
अब तक 1332 संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त, ऊर्जा मंत्री बोले-चार घंटे में नहीं लौटे तो कार्रवाई रहेगी जारी pic.twitter.com/MpS9qm7M0K
— Shiv Maurya (@shivmaurya00) March 18, 2023
सभी से अपील है कि जनता और अपने परिवार के हित में काम पर लौटें। चार घंटे का समय दे रहे हैं। शाम छह बजे तक नहीं लौटने वालो को बर्खास्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कुछ संगठन पांच दिन से हड़ताल पर हैं। उनसे बात करने का लगातार प्रयास कर किया जा रहा है। वार्ता के द्वार खुले है। कई संगठन जनता के हितों की रक्षा कर रहे हैं। वे निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं। इन सभी का आभार है। कई निजी कंपनियों ने उत्पादन इकाई में मदद की है। उत्पादक क्षमता 28 मेगावाट की है। जरूरत कम है।