लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक क्षेपाधिकारी का तबादला चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल, एसपी लखीमपुर ने पलिया कलां सीओ राकेश कुमार नायक को वहां से हटाकर क्षेत्राधिकारी यातायात बनाया है। सीओ के तबादले के खिलाफ सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पलियां में प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि राकेश कुमार नायक लम्बे समय से तस्करों और खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे। इसी के चलते जिले के कई प्रभावशाली नेताओं से उनकी अनबन हो गई थी। इस तबादले को उन्हीं जनप्रतिनिधियों का दबाव माना जा रहा है।
सीओ राकेश नायक की पारदर्शिता पूर्ण कार्यशैली के बावजूद पुलिस अधीक्षक द्वारा स्थानांतरण किए जाने से क्षेत्रवासी और समाजसेवी हैरान हैं। कहा जा रहा हैं कि कुछ दिन पूर्व राकेश नायक क्षेत्र में बड़े खनन माफिया पर कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में बालू अवैध खनन का खुलासा किया था। इसको लेकर उनकी कई जनप्रतिनिधियों से अनबन हो गई थी। माना जा रहा है कि खनन माफियाओं और जनप्रतिनिधियों के दबाव में राकेश नायक का पलिया से स्थानांतरण किया गया है।
गुरुवार को स्थानीय लोगों ने तहसीलदार पलिया और नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। स्थानीय लोगों ने राकेश नायक को दोबारा सीओ पलियां बनाए जाने की मांग की। इस मौके पर पलिया क्षेत्र के सैकड़ों लोग सीओ के समर्थन में उतरे और खनन की 500 ट्रॉलियां जो पुलिस के द्वारा पकड़ी गई थी उसकी जांच की मांग की।