नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। सत्तारूढ़ शिवसेना और विपक्षी भाजपा के विधायकों के बीच आरोप प्रत्यारोपों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। बवाल के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो हंगामे के चलते उसे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सीएम ने घोषणा की थी कि वे बेमौसम बारिश के कारण पीड़ित किसानों को 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा देंगे लेकिन जब पूरक मांगें आईं, तो उन्होंने केवल 750 करोड़ रुपये आवंटित किए। अगर उन्हें 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर देने हैं तो उन्हें 23,000 करोड़ रुपये आवंटित करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह सरकार चलाई जा रही है, उसने अपने पहले चरण में ही महाराष्ट्र के किसानों के साथ धोखा किया है। हमने आज विधानसभा में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। विधानसभा को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन, भाजपा विधायक फ्लेक्स बोर्ड के साथ विधानसभा तक पहुंचे जिन पर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना में प्रकाशित एक रिपोर्ट दर्ज थी जिसमें बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपये की मांग की गई थी।
सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही, भाजपा विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। उन्होंने शिवसेना की पूर्व मांग को लागू करने को कहा। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने भाजपा सदस्यों से अपनी-अपनी सीट पर लौटने को कहा और सदन को कार्यवाही आगे बढ़ाई। हालांकि शिवसेना के कुछ विधायक भी वहां पहुंच गए और भाजपा सदस्यों से फ्लेक्स बोर्ड छीनने लगे जिसके बाद सदन में हंगामा होने लगा।