1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Video Viral : सपा नेता रुबीना खानम बोलीं- अगर ज्ञानवापी मस्जिद मंदिर तोड़कर बनी है तो उसे हिंदुओं को…

Video Viral : सपा नेता रुबीना खानम बोलीं- अगर ज्ञानवापी मस्जिद मंदिर तोड़कर बनी है तो उसे हिंदुओं को…

ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के मामले में समाजवादी पार्टी के कुछ नेता विवादित पोस्ट डालकर हिन्दू धर्म की भावना को आहत करने का प्रयास कर रहे हैं। तो वहीं पार्टी की नेता रुबीना खानम का बुधवार को बड़ा बयान सामने आया है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में उन्होंने कहा है कि अगर मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद बनाई गई थी, तो मुस्लिम भाइयों को उस जमीन को हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए।

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के सर्वे के मामले में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कुछ नेता विवादित पोस्ट डालकर हिन्दू धर्म की भावना को आहत करने का प्रयास कर रहे हैं। तो वहीं पार्टी की नेता रुबीना खानम (Rubina Khanum) का बुधवार को बड़ा बयान सामने आया है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में उन्होंने कहा है कि अगर मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque)  बनाई गई थी, तो मुस्लिम भाइयों को उस जमीन को हिंदू भाइयों को दे देनी चाहिए।

पढ़ें :- पहले चरण की वोटिंग आज: शाम 6 बजे तक होगा मतदान, 1625 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीेएम में हो जायेगी कैद

बता दें कि रुबीना खानम (Rubina Khanum) हिजाब प्रकरण (Hijab Case) में बयान देकर मीडिया की सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने हिजाब पर बयान दिया था कि अगर कोई हमारे हिजाब पर हाथ डालेगा तो उसके हाथ काट दिए जाएंगे। रुबीना ने लाउडस्पीकर को लेकर कहा था कि मुसलमान को छेड़ने की कोशिश न करें।

पढ़ें :- कोर्ट में  ED ,बोली- अरविंद केजरीवाल तबीयत खराब कर हेल्थ ग्राउंड पर बेल लेने की कर रहे हैं कोशिश

ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मंदिरों के बाहर बैठकर लाउडस्पीकर पर कुरान का पाठ करेंगी। रुबीना ने वीडियो में बताया कि ‘मैं मानती हूं इस मामले में हिंदू पक्ष जो दावा कर रहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque)  वाराणसी प्राचीन काल में मंदिर था। उन्होंने कहा कि किसी शासक ने बलपूर्वक इस मंदिर को तोड़कर वहां पर मस्जिद बनाई थी।

अगर यह साबित हो जाता है तो हमारे मुस्लिम समाज, धर्म गुरु, उलेमा को जमीन हिंदू पक्ष को वापस दे देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उलेमा को समझना चाहिए कि किसी भी कब्जा की हुई जमीन पर, किसी भी छीनी हुई जमीन पर बल पूर्वक कब्जा किया गया है तो हमारे इस्लाम में वहां पर नमाज पढ़ना हराम है। यह बात मुस्लिम समाज के लोगों को समझनी चाहिए।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...