साल 2022 का पहला पर्व
14 जनवरी शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी
मकर संक्रांति
इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है
इस दिन घर में भी उड़द की दाल की खिचड़ी खाने का भी विशेष महत्व है।
मकर संक्रांति के दिन गुड़, घी, नमक और तिल के अलावा काली उड़द की दाल, चावल का दान किया जाता है।
तिल के लड्डू खाने का भी चलन है। तिल को खाने से सेहत को काफी फायदा मिलता है।
मकर संक्रांति
ऐसा माना जाता है कि इस दिन खिचड़ी बनाने, खाने और दान आदि से सूर्यदेव और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन पतंग उड़ाने की भी परंपरा है