ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी पर शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी ने उनके करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां बुधवार को एक बार फिर से छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये बरामद हुए। ऐसे में अब पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की मुश्किलें बढ़नी तय है। वहीं, अब टीएमसी के अंदर से पार्थ चटर्जी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है।
West Bengal News: ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी पर शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी ने उनके करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां बुधवार को एक बार फिर से छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये बरामद हुए। ऐसे में अब पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की मुश्किलें बढ़नी तय है। वहीं, अब टीएमसी के अंदर से पार्थ चटर्जी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है।
पार्टी के महासचिव कुणाल घोष ने ट्वीट कर ऐक्शन की मांग की है। कुणाल घोष ने कहा, ‘पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को मंत्री पद और पार्टी के सभी पदों से तत्काल हटा देना चाहिए। उन्हें निष्कासित करना चाहिए। यदि मेरा यह बयान गलत है तो पार्टी के पास हर अधिकार है कि मुझे सभी पदों से हटा दिया जाए।‘ इससे पहले भी कुणाल घोष ने कहा था कि इस मामले में पार्टी की छवि खराब हो रही है। इससे पहले रविवार को उन्होंने इस मामले को लेकर ट्वीट किया था।
उन्होंने कहा था कि ‘यह मायने नहीं रखता कि कौन सा नेता है और किस पद पर है। यदि कानून की नजर में गलत पाया जाता है तो फिर पार्टी और सरकार की ओर से उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस गिरफ्तारी ने विपक्ष को मुद्दा दिया है। यदि यह जांच लंबी चली तो ऐसा ही जारी रहेगा। हम मांग करते हैं कि जल्दी और समयबद्ध जांच हो जाए।
अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले
ईडी ने पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों पर बुधवार को भी छापेमारी की थी। कमरों के अलावा वॉश रूम में भी नकदी छिपाकर रखी गई थी। अब तक 53 करोड़ से ज्यादा की नकदी और सोना व डॉलर आदि मिले हैं। इसे देखते हुए ईडी को आशंका है कि यह घोटाला 100 करोड़ से ज्यादा का हो सकता है।