नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसकी इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप में एक सुरक्षा चूक के चलते लोगों के मोबाइल फोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो गया है। ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये सॉफ्टवेयर एक इजराइली कंपनी ने विकसित किया है और इस कंपनी को ‘साइबर आर्म्स डीलर’ के तौर पर जाना जाता है। फ़ेसबुक ने स्वीकार किया है कि उसकी इंस्टैंट मेसेजिंग ऐप व्हाट्सएप में एक सुरक्षा चूक की वजह से लोगों के मोबाइल फ़ोन में जासूसी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो गया है।
दुनियाभर में डेढ़ सौ करोड़ से अधिक लोग व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं। इस जासूसी सॉफ्टवेयर को व्हाट्सऐप कॉल के ज़रिए लोगों के फ़ोन में इंस्टॉल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक़, यदि कोई यूज़र कॉल का जबाव नहीं देता है तब भी उसके फ़ोन में ये सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जा सकता है।
जासूसी सॉफ्टवेयर से बचने के लिए सबसे पहला काम यह करें कि अपने व्हाट्सऐप को फटाफट अपडेट करें। इसके बाद अपने फोन के डाउनलोड फोल्डर में जाएं और देखें कि ऐसी कोई फाइल डाउनलोड हुई है क्या जिसे आपने डाउनलोड किया ही नहीं है। यदि ऐसी कोई फाइल मिलती है तो उसे तुरंत डिलीट करें और फोन को एक बार रीसेट जरूर कर दें।