कानून व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए औरैया के एसपी चारू निगम (Auraiya SP Charu Nigam) खुद पीड़ित बन गईं। पीड़ित बनकर उन्होंने पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को चेक किया। इसको लेकर उन्होंने झूठी लूट की सूचना पुलिस को दी। हालांकि, सूचना के बाद पुलिस की टीम वहां पर पहुंच गई।
औरैया। कानून व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए औरैया के एसपी चारू निगम (Auraiya SP Charu Nigam) खुद पीड़ित बन गईं। पीड़ित बनकर उन्होंने पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को चेक किया। इसको लेकर उन्होंने झूठी लूट की सूचना पुलिस को दी। हालांकि, सूचना के बाद पुलिस की टीम वहां पर पहुंच गई। दरअसल, एसपी चारू निगम (SP Charu Nigam) पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम और कानून व्यवस्था को जांचने के लिए सड़क पर उतरीं।
जब अधिकारी इस तरह सड़कों पर उतरकर काम करेंगे तो निश्चित ही कानून व्यवस्था अच्छी होगी. पुलिस के रिस्पांस टाइम व सतर्कता को चेक करते हुए पुलिस अधीक्षक औरैया @ipsCharuNigam. pic.twitter.com/VC18fcRWjZ
— Shiv Maurya (@shivmaurya00) November 4, 2022
बाइक पर सवार होकर वो सुनसान जगह पहुंची और पुलिस को फोनकर झूठी लूट की सूचना दी। उन्होंने कहा कि, ‘हेलो मैं सरिता चौहान बोल रही हूं, दिबियापुर रोड पर प्लास्टिक सिटी के पास सड़क पर बाइक सवार दो लुटेरों ने तमंचा दिखाकर लूटपाट की है, जल्दी पहुंचे, लुटेरे औरैया की तरफ भागे हैं…’ इस सूचना के बाद पुलिस कंट्रोल रूम की गाड़ी मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी।
मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी लूट की घटना को सही मानकर जांच कर रहे थे। करीब आधे घंटे तक पुलिस जांच करती रही। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने चेहरे से स्काफ और मास्क हटाया तो सामने खड़े पुलिसकर्मी हैरान हो गए। वो सरिता नहीं बल्कि जिले की पुलिस अधीक्षक चारू निगम थीं। इसको लेकर एसपी का कहना है कि वो मैं जानना चाहती थी कि पुलिस कितनी जल्दी रिस्पॉन्स करती है।