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तुलसी की पत्तियां रविवार के दिन तोड़ने से ये देवता हो जाते हैं रुष्ट, होता है ये नुकसान

तुलसी (Tulsi) ऐसा पौधा है जो अमूमन सबके घर में पाया जाता है। इसके कई वैज्ञानिक (Scientific) तो कई धार्मिक (Religious) लाभ भी हैं। हिंदू धर्म में तुलसी का अत्यंत महत्व है। तुलसी को मां का दर्जा दिया गया है। इस पौधे की पूजा की जाती है, हर शुभ कार्य में तुलसी का उपयोग किया जाता है। इसके अवाला भगवान को भोग के रूप में भी तुलसी अर्पित की जाती है, लेकिन तुलसी को लेकर भी कई मान्यताएं हैं जैसे रविवार को तुलसी को छूना नहीं चाहिए, यहां तक कि उसमें जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा तुलसी का पौधा गुरुवार के दिन लगाना चाहिए।

By संतोष सिंह 
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तुलसी (Tulsi) ऐसा पौधा है जो अमूमन सबके घर में पाया जाता है। इसके कई वैज्ञानिक (Scientific) तो कई धार्मिक (Religious) लाभ भी हैं। हिंदू धर्म में तुलसी का अत्यंत महत्व है। तुलसी को मां का दर्जा दिया गया है। इस पौधे की पूजा की जाती है, हर शुभ कार्य में तुलसी का उपयोग किया जाता है। इसके अवाला भगवान को भोग के रूप में भी तुलसी अर्पित की जाती है, लेकिन तुलसी को लेकर भी कई मान्यताएं हैं जैसे रविवार को तुलसी को छूना नहीं चाहिए, यहां तक कि उसमें जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा तुलसी का पौधा गुरुवार के दिन लगाना चाहिए।

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इसी कड़ी में आज हम जानेंगे कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि रविवार (Sunday) के दिन तुलसी तोड़ने की मनाही है?

तुलसी से जुड़ी मान्यता
तुलसी को लेकर कई मान्यताएं हैं कि तुलसी को घर के आंगन में बीचों-बीच लगाना चाहिए। तुलसी का पौधा लगाने के लिए सबसे अच्छा महीना कार्तिक को माना गया है। गुरुवार को तुलसी घर में लगाना शुभ होता है।

इस दिन क्यूं नहीं तोड़ना चाहिए तुलसी?

मान्यता है कि रविवार के दिन तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए, इसके पीछे की वजह है कि रविवार का दिन भगवान विष्णु को अति प्रिय है। इसके साथ ही भगवान विष्णु को तुलसी भी उतनी ही प्रिय है। इसलिए कहा जाता है कि रविवार के दिन तुलसी नहीं तोड़ना चाहिए। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि इस दिन तुलसी तोड़ने से घर में धन की कमी होने लगती है, और गरीबी अपने पैर पसारना शुरु कर देती है।

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जानें किस तरह तोड़ें तुलसी की पत्ती?

बिना नहाए न तोड़ें
ध्यान रहे तुलसी की पत्तियां कभी भी बिना नहाए नहीं तोड़ें। मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से पूजा स्वीकार नहीं होती।

नाखून से न खींचें
एक अन्य मान्यता के अनुसार तुलसी की पत्तियां नाखून से खींचकर नहीं तोड़ना चाहिए।

तुलसी चबाएं नहीं

तुलसी की पत्तियों को चबाने से परहेज करें, इसे खाने के लिए जीभ पर रखकर चूसना सही तरीका है।

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राधा रानी का अवतार

बता दें कि शास्त्रों के अनुसार तुलसी को राधा रानी का अवतार माना गया है। शाम के समय ये लीला करती हैं। यही कारण है कि शाम के समय तुलसी की पत्तियां तोड़ने की मनाही होती है। यदि तुलसी की पत्तियों की बहुत अधिक ज़रूरत पड़ जाए तो तोड़ने से पहले पौधे को हिलाना न भूलें।

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