उत्तर प्रदेश की दो सीटें आजमगढ़ और रामपुर में हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की। सिर्फ एक सीट आजमगढ़ (Azamgarh) से चुनाव लड़ने वाली बसपा (BSP) को हार का सामना करना पड़ा। आजमगढ़ से बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना प्रत्याशी बनाया था, जो तीसरे नंबर पर रहे। हालांकि, इसके बाद भी बसपा इसको लेकर उत्साहित नजर आ रही है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की दो सीटें आजमगढ़ और रामपुर में हुए उपचुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की। सिर्फ एक सीट आजमगढ़ (Azamgarh) से चुनाव लड़ने वाली बसपा (BSP) को हार का सामना करना पड़ा। आजमगढ़ से बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना प्रत्याशी बनाया था, जो तीसरे नंबर पर रहे। हालांकि, इसके बाद भी बसपा इसको लेकर उत्साहित नजर आ रही है।
1. बीएसपी के सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों तथा पार्टी प्रत्याशी श्री शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली आदि ने आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव जिस संघर्ष व दिलेरी के साथ लड़ा है उसे आगे 2024 लोकसभा आमचुनाव तक जारी रखने के संकल्प के तहत् चुनावी मुस्तैदी यथावत बनाये रखना भी ज़रूरी।
— Mayawati (@Mayawati) June 27, 2022
बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने इसको लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि, ‘बीएसपी के सभी छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों तथा पार्टी प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली आदि ने आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव जिस संघर्ष व दिलेरी के साथ लड़ा है, उसे आगे 2024 लोकसभा आमचुनाव तक जारी रखने के संकल्प के तहत चुनावी मुस्तैदी यथावत बनाये रखना भी ज़रूरी।
इसके साथ ही कहा कि, सिर्फ आज़मगढ़ ही नहीं बल्कि बीएसपी की पूरे यूपी में 2024 लोकसभा आमचुनाव के लिए ज़मीनी तैयारी को वोट में बदलने हेतु भी संघर्ष व प्रयास लगातार जारी रखना है। इस क्रम में एक समुदाय विशेष को आगे होने वाले सभी चुनावों में गुमराह होने से बचाना भी बहुत ज़रूरी।