देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर अपना रौद्र रुप दिखा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारों ने पाबंदियां बढ़ना शुरू कर दी है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है, कुछ शहरों में पूर्ण लॉकडाउन तो कुछ में वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी है।
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण एक बार फिर अपना रौद्र रुप दिखा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकारों ने पाबंदियां बढ़ना शुरू कर दी है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है, कुछ शहरों में पूर्ण लॉकडाउन तो कुछ में वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा की जा चुकी है। इसके बढ़ते मामलों के बीच भारतीय रेलवे ने मुंबई सेट्रल से अहमदाबाद के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस का संचालन एक महीने के लिए बंद कर दिया है। ऐसे में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या देश में ट्रेनों के बंद होने का सिलसिल फिर से शुरू हो सकता है?
इस संबंध में इंडियन रेलवे की ओर से एक ताजा बयान सामने आया है। रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर साफ किया कि इंडियन रेलवे का ट्रेनों को रोकने या उस पर पाबंदी लगाने की अभी कोई योजना नहीं है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने कहा कि जो लोग यात्रा करना चाहते हैं, उनके लिए ट्रेनों की कोई कमी नहीं है। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मांग के अनुसार ट्रेनें चलाईं जाएंगी। इन महीनों में रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या सामान्य देखी गई, हम जरूरत के अनुसार ट्रेनों की संख्या बढ़ाएंगे।