जीवन यात्रा में उम्र के कई पड़ाव है। हर पड़ाव पर शरीर की अलग अलग क्षमता होती है। आमतौर पर जैसे उम्र वृद्धावस्था की ओर बढ़ती जाती है भूलने की परेशानी आम हो सकती है।
World Alzheimer’s Day 2023 : जीवन यात्रा में उम्र के कई पड़ाव है। हर पड़ाव पर शरीर की अलग अलग क्षमता होती है। आमतौर पर जैसे उम्र वृद्धावस्था की ओर बढ़ती जाती है भूलने की परेशानी आम हो सकती है। लेकिन अगर इससे आपकी दिनचर्या व सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है, तो यह अल्जाइमर हो सकता है। हर साल 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है। अल्जाइमर रोग और अन्य मनोभ्रंश के बारे में जागरूकता बढ़ाने और कलंक को चुनौती देने का एक वैश्विक प्रयास है।
अल्जाइमर?
अल्जाइमर (Alzheimer) एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। अल्जाइमर से दिमाग की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, जिसके कारण याददाश्त, सोचने की शक्ति और अन्य व्यवहार बदलने लगते हैं। इससे धीरे धीरे मरीज की याददाश्त कम होने लगती है। हाल की घटनाओं को भूल जाना इसका एक प्रारंभिक संकेत है, इसके बाद बढ़ता भ्रम, अन्य मानसिक कार्यों में हानि, और भाषा का उपयोग करने और समझने और दैनिक कार्यों को करने में समस्या होती है। ये लक्षण इस कदर बढ़ जाते हैं कि लोग काम नहीं कर पाते हैं, जिससे वे दूसरों पर पूरी तरह से आश्रित हो जाते हैं।
लक्षण
1.सुरक्षा और जोखिमों की समझ न होना।
2.समस्याओं में निर्णय लेने में कठिनाई महसूस होना।
3.अवसाद, उदासीनता और समाज से दूरी बना लेना।
4.चिड़चिड़ापन और सोने की आदतों में बदलाव।
5.पहले की तुलना में अधिक बार बात-बात पर परेशान या क्रोधित होना।
6.उन गतिविधियों में रुचि न लेना जो आमतौर पर आनंद देती हैं।
पर्यावरणीय कारक
पर्यावरणीय कारक भी अल्जाइमर रोग को बढ़ावा दे सकते हैं। इन कारकों में सिर में चोट लगना, डायबिटीज, हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल, स्मोकिंग, गतिहीन जीवनशैली, शिक्षा में कमी आदि चीजें शामिल हैं। खराब गुणवत्ता वाली नींद कॉगनेटिव डिक्लाइन और अल्जाइमर रोग के जोखिम को बढ़ाती है। खराब नींद की वजह से दिमाग पर अधिक प्रेशर पड़ता है जिससे मांसपेशियों पर भी प्रभाव पड़ता है और इंसान धीरे धीरे चीजें भूलने लगता है।