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Wrestlers Protest : साक्षी मलिक प्रदर्शन से पीछे नहीं हटीं, केवल नौकरी पर हैं वापस लौटीं

पहलवानों का आंदोलन जल्द ही समाप्त हो सकता है। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के कुछ घंटे बाद पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से पीछे हट गई हैं। 2016 रियो ओलंपिक (2016 Rio Olympics) में कांस्य जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) आज आंदोलन से नाम वापस ले लिया।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। पहलवानों का आंदोलन जल्द ही समाप्त हो सकता है। गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के कुछ घंटे बाद पहलवान साक्षी मलिक प्रदर्शन से पीछे नहीं हटीं  हैं। 2016 रियो ओलंपिक (2016 Rio Olympics) में कांस्य जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) आज आंदोलन से नाम वापस नहीं लिया। इसके बाद वह रेलवे की अपनी नौकरी पर लौट गई हैं। अब सबकी नजरें विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) पर हैं। उनके फैसले से ही साफ होगा कि कितनी जल्दी प्रदर्शन समाप्त होगा या चलता रहेगा?

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बता दें कि शनिवार देर रात दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)  के घर पर पहलवान मिलने पहुंचे थे। आधी रात के बाद तक करीब 2 घंटे यह मीटिंग चली थी। पहलवानों ने गृह मंत्री के सामने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी की मांग की थी। साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के साथ पहलवानों की बैठक बेनतीजा रही क्योंकि वे जैसा जवाब चाहते थे, वैसा नहीं मिला।

बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ साक्षी, विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) समेत कई पहलवान कई हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं। नाबालिग पहलवान के केस करने के बाद पॉक्सो ऐक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस की धक्कामुक्की हुई थी। पहलवानों को हिरासत में भी लिया गया था। कुछ समय बाद ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जंतर-मंतर पर पहलवानों का सारा सामान हटवा दिया था। बाद में पहलवान अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे। किसान नेताओं ने मनाया तो 5 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।

इस बीच, गृह मंत्री से मुलाकात के बाद घटनाक्रम बदल गया है। इससे पहले कुरुक्षेत्र महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर 9 जून को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई, तो देशव्यापी आंदोलन की घोषणा की जाएगी।

राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल (Rajya Sabha member Kapil Sibal) ने सोमवार को सरकार पर निशाना साधते हुए अंदेशा जताया कि भाजपा सांसद को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एक ‘कमजोर’ आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा और फिर उन्हें जमानत मिल जाएगी। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहलवानों की पैरवी कर रहे सिब्बल का यह बयान तब आया है जब पता चला कि महिला पहलवानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार देर शाम गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah)  से मुलाकात की।

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सिब्बल ने ट्वीट किया कि अमित शाह (Amit Shah)  ने पहलवानों के दल से मुलाकात की। समाधान के लिए कुश्ती। मेरा अंदेशा- कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। कमजोर आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा। बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh)  को जमानत मिल जाएगी। फिर वे कहेंगे कि मामला न्यायालय के विचाराधीन है।’

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