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Wrestlers Protest : खेल मंत्रालय के निर्देश पर WFI की जनरल काउंसिल मीटिंग रद्द, जांच पूरी होने तक कुश्ती संघ से दूर रहें बृजभूषण

Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की रविवार को होने वाली आपात जनरल काउंसिल मीटिंग को रद्द कर दिया गया  है। यह बैठक अयोध्या में होने वाली थी, जिसमें कुश्ती संघ पर लगे आरोपों सहित कई मामलों पर चर्चा होनी थी। खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने  भारतीय कुश्ती कुश्ती संघ (WFI) ने अगले चार सप्ताह के लिए मीटिंग रद्द कर दी है।

By संतोष सिंह 
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Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की रविवार को होने वाली आपात जनरल काउंसिल मीटिंग को रद्द कर दिया गया  है। यह बैठक अयोध्या में होने वाली थी, जिसमें कुश्ती संघ पर लगे आरोपों सहित कई मामलों पर चर्चा होनी थी। खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने  भारतीय कुश्ती कुश्ती संघ (WFI) ने अगले चार सप्ताह के लिए मीटिंग रद्द कर दी है। बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष (President of Wrestling Federation of India) बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh)पर पहलवानों ने मनमाने तरीके से संघ चलाने और महिला खिलाड़ियों का यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे।

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पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर में तीन दिन तक प्रदर्शन किया। इसके बाद खेल मंत्रालय (Sports Ministry) ने बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh)  को कुश्ती संघ के कामकाज से दूर रहने के निर्देश दिए हैं। उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच पूरी होने तक वह कुश्ती संघ के कामकाज से दूर रहेंगे। हालांकि, उन्हें उनके पद से हटाया नहीं गया है। जांच में निर्दोष पाए जाने पर वह अपने पद पर बने रहेंगे।

खेल मंत्रालय (Sports Ministry)  की इस रोक के चलते ही मीटिंग टालने का फैसला किया गया। खेल मंत्री ने इस मामले पर एक निगरानी कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया था। ये कमेटी 4 सप्ताह में अपनी जांच पूरी करेगी और WFI और उसके प्रमुख के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की गहन जांच करेगी।

खेल मंत्रालय (Sports Ministry)  ने बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh)  पर लगे आरोपों के बाद कुश्ती संघ की सभी गतिविधियों को रद्द करने के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने डब्ल्यूएफआई (WFI)  को “तत्काल प्रभाव से चल रही सभी गतिविधियों” को निलंबित करने का निर्देश दिया है, जिसमें यूपी के गोंडा में होने वाला रैंकिंग टूर्नामेंट भी शामिल है, जो महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) का गढ़ है। शरण पर देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने और तानाशाही करने का आरोप लगाया गया है, जिसमें विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और रवि दहिया शामिल हैं।

मंत्रालय ने शनिवार को डब्ल्यूएफआई (WFI)  के सहायक सचिव विनोद तोमर(Vinod Tomar) को भी निलंबित कर दिया था, जो पहलवानों के आरोपों पर बयानबाजी कर रहे थे। तोमर ने बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh)  के समर्थन में बयान दिया था। इसके बाद तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया गया, ताकि डब्ल्यूएफआई का कामकाज उचित तरीके से हो और बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच हो सके। शरण के बेटे प्रतीक ने शुक्रवार को कहा था कि खेल संस्था की बैठक के बाद उनके पिता उन पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर बयान जारी करेंगे।

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ओलंपिक संघ ने भी बनाई जांच कमेटी

इस मसले पर दिल्ली में स्थित जंतर-मंतर पर पहलवान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद खेल मंत्रालय (Sports Ministry) के अफसरों ने उनसे मुलाकात की। खेल मंत्री ने उन्हें डिनर पर बुलाया और बातचीत की। उनकी मांगें सुनने के बाद जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, बात नहीं बनने पर पहलवान अगले दिन भी धरने पर डटे रहे। भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) ने शिकायतों को गंभीरता से लिया और सात सदस्यीय जांच कमेटी बनाने का फैसला लिया।

 

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