नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर के बहुचर्चित युमना एक्सप्रेसवे घोटाले मामले में फंसे लोगों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। अब इस मामले की जांच सीबीआई करेगी। इस मामले में बुधवार को सीबीआई ने मामला दर्जकर लिया है। इस मामले में पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता समेत 21 लोगों को नामजद किया गया है।
सीबीआई के मामला दर्ज करने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो इस घोटालें में फंसे कई अन्य लोगों पर भी जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। अधिकारियों की माने तो सीबीआई ने यूपी सरकार की अनुशंसा के अनुरूप यह कदम उठाया है।
सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए मथुरा में बड़ी जमीनों की खरीद में हुई 126 करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं की जांच करने को कहा है। इसके बाद मामले की जांच सीबीआई को दी गयी, जो मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार का आरोप है कि तत्कालीन यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे के लिए मथुरा के सात गांवों में 85 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी जिससे राज्य सरकार को 126 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। फिलहाल इस मामले की जांच अब सीबीआई करेगी, जिसमें कई अधिकारी समेत अन्य लोगों पर कार्रवाई तय है।