लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के प्रोफेसर रविकांत (Professor Ravikant) को सुरक्षा के लिए प्राक्टर आफिस (Proctor office) में बैठाया गया। प्राक्टर आफिस के बाहर दर्जनों अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ता के कार्यकर्ता हंगामा कर रहे हैं।
पढ़ें :- लोकमाता अहिल्याबाई का जीवन भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय : राजकिशोर
रविकांत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को लेकर सारे प्रोफ़ेसर हुए लामबंद
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में भूगर्भ विज्ञान विभाग के प्रोफेसर विभूति राय ने रविकांत पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। प्रोफेसर विभूति राय ने रविकांत का वीडियो का वायरल करते हुए अब लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उदय प्रताप, प्रोफेसर रामेश्वर बलि, प्रोफेसर सुधीर मेहरोत्रा, एन.के पांडेय ने शर्मनाक बयान पर प्रोफेसर रविकांत (Professor Ravikant) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रोफेसर रविकांत के खिलाफ एफ आई आर कराई गई।
प्रोफेसर रविकांत के खिलाफ एफ आई आर दर्ज
पढ़ें :- UP Cabinet Meeting: सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक, पास हुए ये अहम प्रस्ताव
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविकांत ने साधु संतों और काशी विश्वनाथ मंदिर पर अशोभनीय टिप्पणी की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता प्रोफेसर की बर्खास्तगी को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन । pic.twitter.com/cgraSta0SW
— PardaphashNews (@PardaPhashNews) May 10, 2022
पढ़ें :- अडानी विवाद के बीच सेबी ने उठाया बड़ा कदम, अमेरिका में हुए विवाद पर स्टॉक एक्सचेंजों से मांगी ये जानकारी
प्रोफेसर रविकांत ने साधु संतों और काशी विश्वनाथ मंदिर पर अशोभनीय टिप्पणी की
लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के प्रोफेसर रविकांत (Professor Ravikant) की बर्खास्तगी पर छात्र अड़े हुए हैं। प्रोफेसर पर आरोप है कि उन्होंने एक डिबेट में साधु संतों और काशी विश्वनाथ मंदिर पर अशोभनीय टिप्पणी की है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ता के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी बर्खास्तगी नहीं होगी। तब तक हम अनशन पर बैठें रहेंगे।