नई दिल्ली। अफगानिस्तान के हिंसाग्रस्त कंधार में खूनी संघर्ष जारी है। इसके बीच एक भारतीय पत्रकार की हत्या कर दी गई है। इसकी जानकारी अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने शुक्रवार को सूचना दी है। उन्होंने बताया कि कंधार में गुरुवार को भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की कवरेज के दौरान हत्या कर दी गई। वह कंधार में अफगान सुरक्षा बलों के साथ वहां के हालातों की रिपोर्टिंग कर रहे थे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स से जुड़े फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी पुलित्जर पुरस्कार विजेता थे। इससे पहले 13 जुलाई को भी भी दानिश पर हमला हुआ था, जिसमें वह बाल-बाल बचे थे।
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फरीद ममुंडजे ने ट्वीट किया कि कल रात कंधार में एक दोस्त दानिश सिद्दीकी की हत्या की दुखद खबर से बहुत परेशान हूं। दानिश सिद्दीकी अफगान सुरक्षा बलों के साथ कवरेज कर रहे थे। मैं उनसे 2 हफ्ते पहले उनके काबुल जाने से पहले मिला था। उनके परिवार और रायटर के प्रति संवेदना।
The Humvee in which I was travelling with other special forces was also targeted by at least 3 RPG rounds and other weapons. I was lucky to be safe and capture the visual of one of the rockets hitting the armour plate overhead. pic.twitter.com/wipJmmtupp
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
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अफगानिस्तान के टोलो न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सिद्दीकी की हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में की गई थी। हालांकि, इसने घटना के बारे में और अधिक विवरण नहीं दिया है।बता दें कि इससे पहले 13 जुलाई को हुए हवाई हमले में बचने के बाद दानिश ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी और कहा था कि वह भाग्यशाली थे कि बच गए।
उन्होंने 13 जुलाई को अपने ट्वीट में लिखा था- जिस हम्वी (बख्तरबंद गाड़ी) में मैं अन्य विशेष बलों के साथ यात्रा कर रहा था, उसे भी कम से कम 3 आरपीजी राउंड और अन्य हथियारों से निशाना बनाया गया था। मैं लकी था कि मैं सुरक्षित रहा और मैंने कवच प्लेट के ऊपर से टकराने वाले रॉकेटों के एक दृश्य को कैप्चर कर लिया।
13 जुलाई को ट्विटर पर दी थी मिशन की जानकारी
अफगानिस्तान की स्पेशल फोर्सेस जब एक रेस्क्यू मिशन पर थी, तब दानिश उनके साथ मौजूद थे। दानिश ने अपने ट्विटर हैंडल पर 13 जुलाई को एक पोस्ट की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि वे पूरे अफगानिस्तान कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रही अफगान स्पेशल फोर्सेस के साथ हैं। उन्होंने लिखा था- ‘मैं एक मिशन पर इन युवाओं के साथ हूं। आज कंधार में ये फोर्सेस रेस्क्यू मिशन पर थीं। इससे पहले ये लोग पूरी रात एक कॉम्बैट मिशन पर थे।
THREAD.
Afghan Special Forces, the elite fighters are on various frontlines across the country. I tagged along with these young men for some missions. Here is what happened in Kandahar today while they were on a rescue mission after spending the whole night on a combat mission. pic.twitter.com/HMTbOOtDqNपढ़ें :- कंजर्वेटिव पार्टी सांसद प्रीति पटेल ने की मांग, कहा- चीन को राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम सूची में शामिल करे सरकार
— Danish Siddiqui (@dansiddiqui) July 13, 2021
सिद्दीकी ने हाल ही में एक पुलिसकर्मी को बचाने के लिए अफगान विशेष बलों के मिशन पर रिपोर्ट किया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे वह पुलिस का जवान अपने साथियों से अलग हो गया था और तालिबान से घंटों तक अकेले ही लड़ा था। दानिश ने अपनी रिपोर्ट में उन तस्वीरों को भी शामिल किया था, जिसमें अफगान बलों के वाहनों को रॉकेट से निशाना बनाया गया था।
ऐसी खबर है कि इसी नाम के प्रांत की राजधानी दक्षिणी शहर कंधार में और उसके आसपास तालिबानियों और अफगान बलों के बीच भीषण लड़ाई जारी है। तालिबान ने शहर के पास के प्रमुख जिलों पर कब्जा कर लिया है। कंधार में हालात अब बिगड़ते जा रहे हैं और यह जंग का अखाड़ा बन चुका है।
कंधार के इसी बिगड़ते हालात के मद्देनजर भारत ने 10 जुलाई को कंधार में वाणिज्य दूतावास से लगभग 50 राजनयिकों, सहायक कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को भारतीय वायु सेना की उड़ान से निकाला और वापस बुला लिया है।