Misuse of Artifical Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब किसी हथियार से भी ज्यादा खतरनाक बन चुका है। इसका इस्तेमाल यूजर्स गलत तरीके से करने लगे हैं, जिसमें लोगों के डीपफेक वीडियो के साथ-साथ भ्रामक ध्वनि और महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें बनाने के लिए किया जा रहा है। ऐसे में यह तकनीक समाज के लिए गले की फांस बनती दिख रही है।
पढ़ें :- CM योगी के डीपफेक वीडियो मामले में 2 FIR दर्ज, पुलिस ने फेसबुक हेडक्वार्टर से मांगी जानकारी
दरअसल, सोशल नेटवर्किंग एनालिसिस साइट ग्राफिका ने अपनी रिपोर्ट में महिलाओं की तस्वीरों साथ छेड़छाड़ किए जाने की बात कही है। ग्राफिका का दावा है कि एआई के जरिए महिलाओं की तस्वीरों से कपड़े हटाने वाली साइट और एप का इस्तेमाल बढ़ रहा है। सितंबर 2023 में ऐसी वेबसाइट्स और एप पर 2.4 करोड़ लोगों ने विजिट किया है और AI का इस्तेमाल कर महिलाओं की तस्वीरों से कपड़े हटाए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर अनड्रेसिंग एप्स और साइट का विज्ञापन भी खूब हो रहा है लेकिन कोई इसे रोकने वाला नहीं है। इसके विज्ञापन और लिंक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के साथ-साथ रेडिट और फेसबुक पर भी शेयर किए जा रहे हैं।