Akhurath Chaturthi 2021: गणेश जी को समर्पित अखुरथ यानी संकष्टी चतुर्थी 22 दिसंबर बुधवार के दिन पड़ रही है। इस दिन गणेश जी की विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन विधि-विधान से गणेश जी पूजन करने से भक्तों को सभी दुख दूर होते हैं। इसे सकट चौथ के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो साल भर में आने वाली सभी संकष्टी चतुर्थी महत्वपूर्ण होती है, लेकिन सकट चौथ , वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी और बहुला चतुर्थी का अलग महत्व है।
पढ़ें :- Mahakumbh Mela 2025 : प्रयागराज में संगम तट लगेगा अध्यात्म का महाकुंभ मेला , ये है शाही स्नान की मुख्य तिथियां
1.अखुरथ यानी संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट को हरने वाली चतुर्थी।
2.इस दिन भक्त अपने दुखों से छुटकारा पाने के लिए गणपति जी की आराधना करते हैं। गणेश पुराण के अनुसार चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र 3.गणेश की पूजा करना फलदायी होता है।
4.इस दिन उपवास करने का और भी महत्व होता है।
5.कई जगहों पर इसे संकट हारा कहते हैं तो कहीं इसे संकट चौथ भी कहा जाता है।
6.इस दिन भगवान गणेश का सच्चे मन से ध्यान करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और लाभ प्राप्ति होती है।