रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान परिवार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में आजम खान, उनकी पत्नी तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को सात-सात साल की सजा हुई, जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा। अब आयकर विभाग की टीम जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के साथ मिलकर आयकर टीम द्वारा की गई कार्रवाई का मकसद जौहर यूनिवर्सिटी में बने भवनों का सटीक मूल्यांकन बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, टीम ने यूनिवर्सिटी परिसर की हर चीजों को बारीकी से देखा और तमात दस्तावेज खंगाले।
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बताया जा रहा है कि, यूनिवर्सिटी में बने भवनों की जितनी कीमत दिखाई जा रही है, वास्तविक में उसकी कीमत इससे कहीं ज्यादा है। इसी के तह तक जाने के उद्देश्य से ही इस बार आयकर टीम के साथ सीपीडब्ल्यूडी के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। आयकर टीम यूनिवर्सिटी परिसर में बृहस्पतिवार देर रात तक सक्रिय रही।
बता दें कि, जौहर यूनिवर्सिटी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान का ड्रीम प्रोजेक्ट है। वह इसके संस्थापक होने के साथ ही कुलाधिपति भी हैं। यूनिवर्सिटी को मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट संचालित करता है, जिसके आजम खां अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी सचिव और दोनों बेटे सदस्य हैं। आयकर की टीम ने 13 सितंबर को जौहर ट्रस्ट की जांच पड़ताल के संबंध में ही आजम खां के घर छापामारी की थी।