Bihar Politics: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कई तरह की अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी और जेडीयू के अलग होने से अब नए राजनीतिक समीकरण बनने लगे हैं। प्रधानमंत्री चेहरे के रूप में नीतीश कुमार को देखा जाने लगा है। नीतीश कुमार इसको लेकर कुछ कह नहीं रहे हैं लेकिन उनके बयानों से साफ है कि वो 2024 में विपक्ष का चेहरा बनना चाहते हैं।
पढ़ें :- सपा का परिवारवाद, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी वाली राजनीति फिर नहीं लौटेगी : केशव मौर्य
उधर, बिहार में सरकार बदलने के बाद कैबिनेट में किसको शामिल किया जाएगा इसको लेकर भी चर्चाओं का दौर जारी हो गया है। इन सबके बीच आज डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार मुलाकात की है। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश जी का हमसे फिर हाथ मिलाना बीजेपी के मुंह पर तमाचे की तरह है।
साथ ही कहा कि ये सरकार जनता की सरकार है। बिहार विधानसभा में बीजेपी को छोड़कर सभी दल अब एक हो गए हैं। यही दृश्य अब पूरे देश में दिखने वाला है। चाहे बात महंगाई की हो या फिर हिंदू -मुस्लिम की लड़ाई लड़ाने की, इन सब मुद्दों को लेकर बीजेपी को बिहार ने सबक सिखाया है।
मैं सीएम नीतीश कुमार और सोनिया गांधी को धन्यवाद देते हैं। मैं लालू जी को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने जिंदगी भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। डिप्टी सीएम ने कहा कि आज बीजेपी लोगों को डरा के सत्ता में आती है। साथ ही कहा कि उनका एक ही काम है जो डरेगा उसे डराओ और जो बिकेगा उसे खरीदो।