नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections) करने पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को उदयपुर के वल्लभनगर में कहा कि सवाल यह है कि बीजेपी देश में नफरत क्यों फैला रही है? उन्होंने कहा कि मैं आपको दो बातें बताना चाहता हूं, नफरत का कारण बेरोजगारी और महंगाई है।
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LIVE: Shri @RahulGandhi addresses the public in Vallabhnagar, Rajasthan. https://t.co/t0wVxszVze
— Congress (@INCIndia) November 21, 2023
राहुल गांधी ने बीजेपी की व्यवस्था है जो आपका ध्यान बेरोजगारी और महंगाई से हटाकर नफरत की ओर ले जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस का लक्ष्य है कि गरीबों, मजदूरों, किसानों, आदिवासियों और दलितों को पैसे से दूर रखा जाए। वे चाहते हैं कि सारा पैसा मुट्ठी भर अरबपतियों को दे दिया जाए।
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राहुल गांधी ने कहा कि मैं ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में लाखों लोगों के साथ पैदल कन्याकुमारी से कश्मीर गया। हमारा लक्ष्य BJP की फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था, क्योंकि यह देश नफरत का नहीं, मोहब्बत और भाईचारे का देश है। इसलिए हमने यात्रा में नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलनी है।
राहुल ने कहा कि देश में BJP हिंसा, डर और नफरत क्यों फैलाती है? नफरत का कारण बेरोजगारी और महंगाई है। BJP का सिस्टम इन दोनों मुद्दों से आपका ध्यान हटाने के लिए नफरत फैलाता है। BJP-RSS डरती है कि हिंदुस्तान का धन गरीबों, मजदूरों, किसानों, दलितों और आदिवासियों को न मिल जाए। वो चाहते हैं कि हिंदुस्तान का धन अरबपतियों के हाथ में रहे और दलित, आदिवासी और पिछड़े इस पर सवाल न उठाएं।
उत्तराखंड में मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, लेकिन 24 घंटे मीडिया सिर्फ क्रिकेट की बात कर रही है, थोड़ा वक्त हमारे मजदूरों को भी दीजिए। इसी तरह मीडिया में सिर्फ नरेंद्र मोदी जी नजर आते हैं, क्योंकि वे अडानी का काम करते हैं। मोदी जी GST का पैसा अडानी को भेजते हैं और अडानी मोदी जी का चेहरा मीडिया में दिखाते हैं।
BJP के नेता कहते हैं कि हिंदी सीखो, अंग्रेजी मत सीखो, लेकिन जब आप BJP नेताओं से पूछेंगे तो पता चलेगा कि उनके बच्चे अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि BJP नेताओं को पता है कि अच्छी नौकरियां पाने के लिए अंग्रेजी बोलना जरूरी है। लेकिन वो चाहते हैं कि आदिवासी युवा सिर्फ जंगल में रहें, जबकि हम चाहते हैं कि आदिवासी युवा बड़े से बड़ा सपना देखें और उन्हें पूरा करें।
राहुल गांधी ने कहा कि आपके अधिकारों की रक्षा के लिए कांग्रेस पेसा कानून, जमीन अधिग्रहण बिल, ट्राइबल बिल, मनरेगा लेकर आई। BJP ने पेसा कानून रद्द कर दिया, जमीन अधिग्रहण बिल रद्द कर दिया और आपके ऊपर पेशाब कर बोलते हैं कि आप ‘वनवासी’ हैं। PM मोदी पहले अपने भाषणों में आपको ‘वनवासी’ कहते थे, लेकिन मेरे मना करने पर उन्होंने ‘वनवासी’ शब्द का इस्तेमाल करना बंद कर दिया। कांग्रेस हमेशा आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करती रहेगी। आपको मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा और जल-जंगल-जमीन का हक मिलता रहेगा।जनता का प्यार और समर्थन बता रहा है कि राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।
यहां एक बार फिर ‘मोहब्बत की दुकान’ खुलने वाली है।
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देश में कम से कम 50% पिछड़े वर्ग के लोग हैं। अगर हम पिछड़ों, आदिवासियों, दलितों और गरीबों को भागीदारी देना चाहते हैं, तो यह जानना होगा कि किसकी कितनी आबादी है। ऐसे में जाति जनगणना बेहद जरुरी है। जिस दिन मैंने जति जनगणना की बात की, उसी दिन से नरेंद्र मोदी जी के भाषण बदल गए। PM मोदी पहले भाषण में खुद को OBC कहते थे। अब कहते हैं- देश में कोई जाति ही नहीं है, सिर्फ गरीब हैं। मतलब चुनाव लड़ना है तो मैं OBC और भागीदारी देनी है तो सिर्फ एक ही जाति- गरीब।