मुंबई। शिवसेना (Shiv Sena) के राज्यसभा सांसद व प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) को पात्रा चॉल भूमि घोटाला (Patra Chawl Land Scam) मामले में बुधवार को पीएमएल कोर्ट (PML Court) से जमानत मिल गई है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Cases) में जांच की आंच का सामना कर रहे शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut)को बुधवार को राहत मिल गई है।
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बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने पात्रा चॉल भूमि मामले (Patra Chawl Land Scam) में राउत को अगस्त में गिरफ्तार किया था। इस मामले में ईडी (ED) राउत की पत्नी, करीबियों समेत कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।कोर्ट ने संजय राउत के साथ प्रवीण राउत को भी जमानत दे दी है।
संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था। पात्रा चॉल जमीन घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने संजय राउत के घर तलाशी में 11.5 लाख रुपये भी जब्त किए थे। इस मामले में अप्रैल में ED ने राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीधे तौर पर शामिल थे राउत : ईडी
ईडी ने कुछ समय पहले इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल की थी। ईडी के मुताबिक, शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवीण राउत के जरिए सीधे तौर पर शामिल थे। ईडी ने दावा किया था कि 2006-07 के दौरान संजय राउत ने तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री की अध्यक्षता में पात्रा चॉल के पुनर्विकास को लेकर पूर्व सीएम की अध्यक्षता में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) के अफसरों और अन्य लोगों के साथ कई बैठकों में भाग लिया था।
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ईडी के मुताबिक, इसके बाद, मामले में आरोपी राकेश वधावन को मेसर्स गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से पात्रा चॉल परियोजना के पुनर्विकास के लिए लाया गया। संजय राउत ने नियंत्रण करने के लिए गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक के रूप में प्रवीण राउत को अपने प्रॉक्सी और विश्वासपात्र के रूप में शामिल किया।