Chhath Puja 2024 : लोक आस्था के प्रमुख महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है। इस पर्व में भक्त छठी मैया और भगवान सूर्यदेव की विधिवत पूजा करते हैं। पंचांग के अनुसार छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी यानी की 5 नवंबर से हो चुकी है और इसका समापन अष्टमी यानी 8 नवंबर को होगा। छठ का पर्व बहुत नियम पूर्व और सावधानी के साथ मनाया जाता है। इस व्रत को निर्जला किया जाता है और छठी मैया के लिए विशेष भोग (Chhath Puja ke Bhog) बनाए जाते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ठेकुआ को प्रसाद नहीं महाप्रसाद माना जाता है। ये गुड़ और आटे का बना होता है।
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ज्योतिष शास्त्र में केले को शुद्ध फल माना गया है। ऐसा माना जाता है कि छठ मैया को प्रसाद में केला बहुत पसंद होता है। इस दिन पक्के केले के साथ कच्चा केला भी चढ़ाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में डाभ नींबू को भी पवित्र और शुभ माना गया है। बता दें कि ये सामान्य नींबू से बड़ा होता है। छठ महापर्व पर इसे प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। छठ महापर्व पर नारियल का भी विशेष महत्व है। प्रसाद में इसे भी चढ़ाया जाता है। छठी मैया को गन्ना बहुत प्रिय है। ऐसे में छठ पर्व के दिन गन्ना प्रसाद के रूप में जरूर प्रयोग करें। गन्ने के बिना छठ का प्रसाद अधूरा माना जाता है।