Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Rajdhani Raipur) में मंगलवार को एससी/एसटी वर्ग (SC/ST Category) के युवाओं नें फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर नग्न होकर प्रदर्शन किया। मंगलवार से ही छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र (Chhattisgarh Assembly Session) शुरु हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार युवा लंबे समय से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लेकिन कार्रवाई न होने पर मंगलवार को पूरी तरह नग्न होकर अपनी तरह का अनोखा विरोध प्रदर्शन किया।
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विरोध प्रदर्शन कर रहे युवा सत्र में शामिल होने के लिए आए मंत्रियों के काफिले के आगे-आगे चल रहे थे। पुलिस नें विरोध कर रहे युवाओं को रोकने के लिए गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद मामले में सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना छत्तीशगढ़ को शर्मसार करने वाली है।
हाई लेवल कमेटी गठित
रायपुर में एससी, एसटी (SC-ST) युवाओं के नग्न प्रदर्शन के बाद सियासत गर्माता देख सरकार नें हाई लेवल कमेटी गठित की है। कमेटी पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी। मामले में देषी पाए जाने पर उस सरकारील अधिकारी और कर्मचारी को नौकरी से हटाया जाएगा। बता दें कि लंबे समय से युवाओं का आरोप है कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र (Fake Caste Certificate) के आधार पर कुछ लोग अधिकारी और कर्मचारी के पद पर कार्य कर रहे हैं।
बीजेपी ने साधा निशाना
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कांग्रेस के खिलाफ युवाओं के नग्न प्रदर्शन के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) ने वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह घटना छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) को शर्मसार करने वाली है। युवाओं के सब्र का बांध टूट चुका है। सरकार के खिलाफ आक्रोश चरम पर है। भाजपा सरकार पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस को ध्यान रखना चाहिए कि भाजपा की सत्ता गए पांच साल हो गए हैं। अगर उस समय गड़बड़ी थी तो जांच क्यों नहीं करवाए? कांग्रेस कब तक पुराने राग अलापती रहेगी। आज का यह दृश्य बेहद दुखद है। ये सरकार की असफलता का प्रमाण है।
आदेश के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
जांच के बाद कई लोगों के फर्जी जाति प्रमाण पत्र (Fake Caste Certificate) के आधार पर नौकरी करने का पता चला, लेकिन किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक मई 2022 में एससीएसटी वर्ग के युवाओं ने इस मामले को लेकर 10 दिनों का आमरण अनशन भी किया था। सरकार ने अब तक फर्जी जाति मामले (Fake Caste Case )में नौकरी कर रहे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, जिसको लेकर एससी और एसटी वर्ग (SC/ST Category) के युवाओं में खासी नाराजगी और गुस्सा देखने को मिल रहा है।
जानें किस विभाग में कितने कर्मचारी हैं फर्जी ?
उच्चस्तरीय जाति छानबीन समिति का गठन साल 2000 में किया गया था। जिसमें कुल 758 प्रकरण मिले थे। 659 प्रकरणों में जांच की गई। जिसमें 267 मामलों में जाति प्रमाण पत्र (Fake Caste Certificate) फर्जी पाए गए। फर्जी जाति प्रमाण पत्र (Fake Caste Certificate) के आधार पर लोग भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) के अधिकारी बनने के साथ ही चपरासी के पदों पर कार्यरत हैं। जिसमें सबसे अधिक नौकरी पाने वालों में 44 लोग खेल एवं युवा कल्याण विभाग (Sports and Youth Welfare Department) में पदस्थ हैं। वहीं भिलाई इस्पात संयंत्र में 18 अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत हैं। सामान्य प्रशासन विभाग (Department of General Administration) में 14 कर्मचारी और अधिकारी कार्यरत है। कृषि विभाग (Agriculture Department) में 14 अधिकारी और कर्मचारी कार्यरत हैं।