बीजिंग। चीन से पूरे दुनिया में फैले कोरोना वायरस के मामले में बीते दिनों अमेरिका के मशहूर संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फासी के कुछ निजी मेल सामने आए, जिसने लैब लीक थ्योरी को बल दिया। उसमें कहा गया कि इस वायरस के कुछ फ़ीचर असामान्य हैं और ऐसा लगता है कि इसे तैयार किया गया है । इतना ही नहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुन: एक बार इस बात को दोहराया है कि चीन के लैब से ही ये वायरस पूरी दुनिया मै फैला है।
पढ़ें :- Pegasus Hacking Controversy : US कोर्ट ने NSO ग्रुप को सुनाई सजा, WhatsApp की बड़ी जीत
अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फ़ासी ने चीन से वुहान लैब के तीन शोधकर्ताओं समेत कुल नौ चीनी नागरिकों के मेडिकल रिकॉर्ड जारी करने को कहा है। फ़ाइनेंशियल टाइम्स के पत्रकार ने चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन से तीन बार यह सवाल पूछा कि क्या चीन अपने उन नौ नागरिकों के मेडिकल रिकॉर्ड सार्वजनिक करेगा?
वेनबिन ने कहा कि वुहान इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायरॉलजी ने इस साल 23 मार्च को एक बयान जारी किया था। बयान में कहा था कि लैब को 30 दिसंबर 2019 से पहले सार्स-CoV-2 के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बयान में यह भी कहा गया था कि लैब का एक भी स्टाफ़ या छात्र अब तक कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है। चीन ने अपने ऊपर लगाये जा रहे आरोपो को निराधार बताया है। और इसे अन्य दुश्मन देशों की साजिश बता रहा है।