नई दिल्ली। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अगर 2023 में कांग्रेस सरकार (Congress Government) बनी, तो पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) लागू करेंगे। इस बात की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) ने रविवार को किया है। यह ऐलान कमलनाथ मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस (Madhya Pradesh Teachers Congress) के कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया है। बता दें कि इससे पहले दो अन्य कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान (Rajasthan) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) लागू करने की घोषणा हो चुकी है।
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मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो हम पुरानी पेंशन बहाल करेंगे , हर हाल में लागू करेंगे….
पुरानी पेंशन को कांग्रेस की दूसरी सरकारों ने भी लागू किया है – पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ , मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के कार्यक्रम में.. pic.twitter.com/XF5gl2VUKx
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) May 1, 2022
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कमलनाथ ने कही यह बात
कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) में आप कांग्रेस की भावना समझते हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि स्वाभाविक है कि जो बाकी कांग्रेस शासित स्टेट्स में लागू है, वो मध्य प्रदेश में भी लागू होगा। बता दें कि सबसे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने वहां पर पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) लागू की थी। इसके कुछ ही दिनों के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) ने भी वहां पर पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को लागू करने का ऐलान कर दिया था।
सत्ता के लिए लगा रहे जोर
बता दें कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीनों ही राज्यों में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राजनीतिक दल इन राज्यों से जुड़ी घोषणाओं पर जोर दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ और राजस्थान (Rajasthan) में जहां कांग्रेस सत्ता बचाए रखने के लिए प्रयासरत है, वहीं मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उसकी कोशिश फिर से बहुमत पाने की है। यहां पर साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता हासिल की थी। कमलनाथ (Kamal Nath) यहां मुख्यमंत्री भी बने थे, लेकिन बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के भाजपा में चले जाने से मध्य प्रदेश में कमलनाथ (Kamal Nath) को कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था।
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