Cyclone Michaung : चक्रवाती तूफान मिचौंग (Cyclone Michaung) मंगलवार को आंध्र प्रदेश में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट से टकराया था। इससे पहले चक्रवाती तूफान ने चेन्नई समेत तमिलनाडु के चार जिलों में भीषण तबाही मचाई, जिसका अब भी देखने को मिल रहा है। स्कूल और कॉलेज गुरुवार को भी बंद रखे गए हैं। इसके अलावा स्कूलों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं टाल दी गई हैं।
पढ़ें :- क्वीन एलिजाबेथ के बाद PM मोदी को नाइजीरिया में मिला सबसे बड़ा सम्मान; 'द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर' से गया नवाजा
जानकारी के मुताबिक, चक्रवाती तूफान (Cyclone Michaung) के प्रभाव से चेन्नई में हुई मूसलाधार बारिश के कारण के बालाचेरी इलाके में दीवार ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई है। अनुमान है कि चक्रवात से पहले हुई मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में 17 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से अधिक मौत चेन्नई में हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) ने कहा है कि तट से टकराने के बाद चक्रवात मिचौंग धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है।
बुधवार को भी लोगों को जलभराव और बिजली कटौती की समस्या से जूझना पड़ा। किलपौक (Kilpauk) और कट्टुपक्कम (Kattupakkam) सहित शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। प्रदेश सरकार ने कहा कि कुछ इलाकों में बिजली के तार पानी में गिरने के कारण एहतियाती उपाय के तौर पर बिजली काटी गई। सामान्य स्थिति बहाल किए जाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन (CM MK Stalin) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर मिचौंग से हुए नुकसान और राहत व बचाव कार्य के लिए केंद्र से तत्काल 5,060 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। साथ ही केंद्रीय टीम भेजने का भी आग्रह किया है। 40 हजार से अधिक लोग शिविरों में : सीएम ने कहा, प्रभावित जिलों में 372 राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां 41,400 लोग शरण लिए हुए हैं। चार प्रभावित जिलों में अभी भी 800 जगहों पर जलभराव की स्थिति है।