महराजगंज:डेंगू की रोकथाम के लिए महराजगंज जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। जिले में डेंगू अपना पांव फैलाता जा रहा है। मंगलवार को चार और डेंगू पीड़ित मिले हैं। इस प्रकार जिले में एक जनवरी से अब तक डेंगू रोगियों की संख्या 31 हो गई है।
पढ़ें :- जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब नौतनवा के तहसील अध्यक्ष बने अतुल जायसवाल
बारिश के बाद बढ़ जाता है डेंगू का खतरा
बारिश के बाद डेंगू के रोगी मिलने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन इस बार वर्षा लेट से अक्टूबर में शुरू हुआ। जिसका असर डेंगू के रूप में दिख रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में बुखार, उल्टी, मलेरिया और सांस फूलने से ग्रसित बड़ी संख्या में रोगी पहुंच रहे हैं। लक्ष्मीपुर एकड़ंगा निवासी अनूप और राजीव नगर निवासी शीतल तबीयत खराब होने पर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां जांच कराने पर उनकी रिपोर्ट डेंगू पाजिटिव आई है।
इन लोगों में मिला डेंगू का संक्रमण
इसी प्रकार इंसेफ्लाइटिस वार्ड में भर्ती मिश्रौलिया निवासी सुधा और सोहट निवासी चांदनी भी डेंगू पाजिटिव मिली है। जबकि इससे पहले बीते शनिवार को कोतवाली थाना अंतर्गत लेदवा निवासी शैलेंद्र के बेटे रितेश, कोतवाली थाना अंतर्गत निवासी बुलबुल, अमहवा निवासी खुशी डेंगू की चपेट में है। लगातार डेंगू रोगियों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीना वर्मा ने बताया कि जिन मोहल्ले में डेंगू रोगी मिल रहे हैं, वहां स्वास्थ्य टीम पहुंचकर दवा वितरण और निरोधात्मक कार्रवाई करती है।
पढ़ें :- 'बंटोगे तो लुटोगे' बीजेपी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, वो तो नहीं हुआ, कर्ज जरूर दोगुना हो गया : राकेश टिकैत
डेंगू से बचाव के लिए बरतें सावधानी
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एके द्विवेदी ने बताया कि सावधानी बरतकर डेंगू से बचाव किया जा सकता है। पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। कूलर, फ्रीज, गमले, टायर और पशुओं के नाद में जलजमाव न होने दें तथा इन पात्रों में पानी बदलते रहें। नालियों व जल भराव वाले स्थानों पर जला हुआ मोबिल डाल दें।
डेंगू के लक्षण तेज बुखार आना। शरीर पर चकत्ता निकलना। नाक से खून आना। कभी कभी बेहोशी आ जाना। हाथ-पैर के जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द होना।