Dharmendra Birthday Special: बॉलीवुड दिग्गज कलाकार धर्मेंद्र (Dharmendra) आज अपना 88 वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहें हैं। धर्मेंद्र (Dharmendra) का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के साहनेवाल गांव में एक जाट सिख परिवार में हुआ था। फिल्मी दुनिया में आने के लिए काफी संघर्ष किया और उन्हें अपने स्ट्रगल के दौरान कई सारी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा.
पढ़ें :- टीवी और फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस ने दुनिया को कहा अलविदा, फिल्म ‘आदिपुरुष’ में प्रभाष संग कर चुकी थी काम
आपको बता दें, आज हम बॉलीवुड के एक ऐसे ही मशहूर और कामयाब अभिनेता के बारे में बताने जा रहे है जिसे शुरूआती दौर में काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा और स्ट्रगल के दौर में एक दिन ऐसा आया था जब उस अभिनेता ने भूख बर्दाश्त ना होने पर दवा की पूरी बोतल ही पी ली थी.
आज भले ही धर्मेंद्र (Dharmendra) उम्रदराज़ हो गए हैं लेकिन जब भी जुबां पर एक्टर धर्मेंद्र का नाम आता है तो ज़हन में एक हैंडसम और रोमांटिक नायक की तस्वीर उभर कर आती है. एक दौर ऐसा भी था जब धर्मेंद्र (Dharmendra) की तस्वीरों को लड़कियां अपने तकिए के नीचे रखकर सोती थीं.
इतना ही नहीं उस दौर की मशहूर एक्ट्रेस जया बच्चन उनकी खूबसूरती से इस कदर प्रभावित हो गई थीं कि उन्होंने धर्मेंद्र को ग्रीक गॉड का दर्जा दे दिया था और तो और बॉलीवुड के ट्रैजेडी किंग दिलीप कुमार भी उन्हें ही मैन कहकर पुकारते थे.
आपको बता दें कि साल 1966 में आई फिल्म ‘फूल और पत्थर’ से धर्मेंद्र ने अपने फिल्मी करियर का आगाज़ किया था. अपनी पहली ही फिल्म में धर्मेंद्र ने एक्टिंग में ऐसा करिश्मा कर दिखाया कि उन्हें फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा.
बताया जाता है कि जब धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब वो बहुत ही सीमित संसाधनों के बीच अपने स्ट्रगल का एक-एक दिन बिता रहे थे. उन दिनों धर्मेंद्र वड़ा पाव खाकर अपना गुज़ारा कर लिया करते थे लेकिन एक बार जब धर्मेंद्र शूटिंग से थक हारकर देर रात घर लौटे तब उन्हें बहुत ज़ोरों की भूख लगी थी. रात में देर से घर लौटने की वजह से वड़ापाव की दुकानें भी बंद हो गई थीं.
ऐसे में भूख के मारे धर्मेंद्र की जान निकली जा रही थी और जिस होटल में उनका उधारी खाता चलता था वहां से उधारी मिलनी भी बंद हो गई थी. जब भूख के मारे उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था तब उनकी नज़र टेबलपर रखी हुई कब्ज़ की दवा यानी इसबगोल की बोतल पर पड़ी और भूख मिटाने के लिए धर्मेंद्र ने इस दवा की पूरी बोतल ही पी ली.
कहा जाता है कि दवा पीने के बाद सुबह तक धर्मेंद्र की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने तक की नौबत आ गई. जहां डॉक्टर ने धर्मेंद्र के दोस्त से कहा था कि धर्मेंद्र को दवा की नहीं बल्कि खाने की ज़रूरत है. गौरतलब है कि बॉलीवुड का ही मैन बनने से पहले धर्मेंद्र के रास्ते में कई मुश्किलें आई लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और बॉलीवुड इंडस्ट्री में आकर उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्में देकर जैसे इतिहास ही रच दिया.
पढ़ें :- Eid special: ईद पर धर्मेंद्र को आई दिलीप कुमार की याद, कई स्टार्स ने दी फैंस को बधाई