नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक व संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के साथ ही यूपी की सियासत में एक युग समाप्त हो गया है। नेताजी को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत देश के प्रमुख नेताओं ने श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें अपने ही तरीके से याद कर रहे हैं। इसी बीच प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से लगातार विधायक रहने वाले रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raghuraj Pratap Singh alias Raja Bhaiya) ने भी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) से अपनी निकटता का जिक्र किया है। कभी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के नौ रत्नों में शुमार किए जाने वाले राजा भैया (Raja Bhaiya)ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि नेताजी हमेशा जमीन से जुड़े नेता थे और सबका ख्याल रखने वाले शख्स थे।
पढ़ें :- यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बदले अपने सुर, कहा-भाजपा में न मतभेद था, न है, न होगा
राजा भैया (Raja Bhaiya) ने कहा कि एक युग का अवसान हुआ है। उनकी लोकप्रियता और व्यवहार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) तक ही सीमित नहीं था। पार्टी के बाहर भी बहुत से दलों के नेता उनसे आत्मीयता रखते थे और सम्मान करते थे। मेरा उनसे भावनात्मक संबंध रहा है। 18 सालों तक उनके साथ काम किया था। वह ऐसा व्यवहार रखते थे कि खाना तक लाते थे। कई बार देशी घी की बनी पूड़ियां, सब्जी और अचार लेकर आते थे। कहते थे कि समय पर इसे खा लेना। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने कभी आलस नहीं किया और सुबह 6 बजे उठकर ही मॉर्निंग वॉक करते थे। धोती कुर्ता और चप्पल में ही टहलते थे। इसी दौरान वह लोगों से मुलाकात भी करते रहते थे। ऐसा उनका रूटीन था।
यही नहीं राजा भैया (Raja Bhaiya) ने मायावती सरकार (Mayawati Government) के कार्यकाल में अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की सरकार में उन्हें राहत मिली। अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को पलटने की बात पर राजा भैया (Raja Bhaiya) ने कहा कि नेताजी ने हमेशा पोटा का विरोध किया था। हमें उनकी सरकार बनने के बाद जेल से निकलने में 8 महीने लगे और उनका पूरा साथ मिला। हमेशा जन्मदिन से लेकर अन्य तमाम मौकों पर उनका आशीर्वाद मिलता रहता था। वह राजनीति से परे निजी रिश्तों का भी ध्यान रखते थे।