लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में सीएमओ के ट्रांसफर को लेकर एक बड़ा रैकेट सक्रिय हो गया है। इस रैकेट को कथित पत्रकार संचालित कर रहा है, जो सीएमओ के ट्रांसफर पोस्टिंग में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। बताया जा रहा है कि, मंत्री से मिलीभगत करके ये पत्रकार इस तरह के काम में जुटा हुआ है। अक्सर इसको लेकर चर्चाएं होती रहती हैं लेकिन इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
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लिहाजा, ये कथित पत्रकार अपने मंसूबों में सफल है और सीएमओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए बड़ा रैकेट संचालित कर रहा है। बताया जा रहा है कि ये कथित पत्रकार पिछले दस सालों से इस काम में जुटा हुआ है। सबसे बड़ी बात है कि, कथित पत्रकार के खिलाफ प्रदेश के कई थानों में गंभीर धाराओं में मुकदमें भी दर्ज हैं लेकिन इस मामले में भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब ये योगी सरकार की छवि को धूमिल करने का काम करने में जुटा हुआ है।
इसकी करतूत की शिकायत प्रमुख सचिव से लेकर सूचना विभाग के प्रमुख अधिकारियों तक की गई है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यही नहीं, अक्सर ये कई चैनलों की फ्रेंचाइजी लेकर पिछले दस सालों से सूचना विभाग से लाखों का विज्ञापन भी वसूल चुका है। इसके साथ ही इसकी सुरक्षा में भी इजाफा किया गया है। ऐसे में क्या न्याय की उम्मीद की जाएगी। सवाल उठता है कि आखिर इस पर कब कार्रवाई की जाएगी।