नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन पिछले 7 महीने से जारी है। इसी बीच किसान संगठनों ने 26 जून को देशभर में राजभवन के बाहर प्रदर्शन का फैसला किया। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कथित टिकरी बलात्कार मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। कहा कि बीकेयू पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा है। कानून के तहत इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए।
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टिकरी रेप केस पर तोड़ी चुप्पी, राकेश टिकैत ने कहा- बीकेयू पीड़ित परिवार के साथ है खड़ा
टिकैत ने कहा कि जिसने अपराध किया है, उसे कानून द्वारा दंडित किया जाएगा। बीकेयू महिला स्वयंसेवकों की सुरक्षा के लिए हमेशा मौजूद है। इस तरह की किसी भी घटना से बचने के लिए हमने पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग बैरिकेडिंग रखी है। यहां तक कि कैंप भी अलग हैं, वॉशरूम भी पूरी तरह से अलग बनाए हुए हैं। ऐसी घटनाएं कहीं पर भी नहीं होनी चाहिए। हमारी महिलाएं बहनें हैं ,अगर कोई महिला हमसे कहती है कि उन्हें कोई समस्या है तो हम उस पर संज्ञान लेते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद हमने चेकिंग बढ़ा दी है। हम सब ट्रैक कर रहे हैं कि कौन कहां से आया है? हमने पुलिस से कहा है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति मिलता है, तो पुलिस उन्हें यहां से हटा सकती है। टिकैत ने आगे बताया कि हमने पीड़िता के पिता से मुलाकात की है। हमने उनसे कहा है कि संयुक्त मोर्चा उनके साथ खड़ा है और लड़की ने जो कुछ भी बताया है। उसके आधार पर उन्हें शिकायत दर्ज करनी चाहिए।
पुलिस की पिटाई पर टिकैत की सफाई
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वहीं 10 जून को दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल की तस्वीरें खींचने के बाद प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने उन पर कथित रूप से हमला किया था। जिसको लेकर नरेला पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है। अब इस पूरे मामले में राकेश टिकैत ने सफाई देते हुए बताया कि वह पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में होंगे। उनको लगा होगा कि चैनल के लोग हैं। हमें गलत तरह से दिखाते हैं। हमारे लोग मारपीट नहीं करते। पुलिस और सरकार तो चाहती है कि हम किसानों के साथ पंगेबाजी करें। इतने दिनों से अगर पुलिस वाले वहां आ रहे हैं।