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चित्रकूट जेल में गैंगवार : मुख्तार गैंग के मेराज समेत दो की हत्या, गैंगेस्टर अंशुल दीक्षित को पुलिस ने किया ढेर

By संतोष सिंह 
Updated Date

 चित्रकूट। यूपी की चित्रकूट जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच गोलीबारी हुई है। इसमें पश्चिमी यूपी के गैंगेस्टर अंशु दीक्षित ने मुख्तार अंसारी के खास गुर्गे मेराज और मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी। मेराज बनारस जेल से भेजा गया था। जबकि मुकीम काला सहारनपुर जेल से लाया गया था।

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घटना की सूचना पर पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई है। पुलिस ने अंशुल दीक्षित को सरेंडर करने के लिए कहा कि लेकिन वह लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशुल भी मारा गया है। वहीं, घटना की जांच और जेल का जायजा लेने के लिए प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार इलाहाबाद रेंज पीएन पांडेय रवाना हो चुके हैं।

जेल में एनकाउंटर, मारा गया हमलावर कैदी

सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी यूपी का कुख्यात बदमाश अंशुल दीक्षित नाम का बंदी सुबह परेड के बाद अंशुल ने अपने साथ बंद कैदी मेराज और मुकीम काला पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। हमले में दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद अंशुल जेल के भीतर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। करीब आधे घंटे तक जेल कर्मी खौफ में उसके करीब नहीं गए।

मारा गया बदमाश मुकीम सहारनपुर जेल से ट्रांसफर होकर आया था। जबकि मुख्तार का गुर्गा मेराज बनारस से लाया गया था। बताया जा रहा है कि अंशुल दीक्षित ने मुकीम, मेराज के अलावा तीन अन्य कैदियों पर हमला किया था।

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हालांकि अभी अधिकारियों ने पुष्टि नहीं की है। जेल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जेल की सुरक्षा में इतनी बड़ी सेंध कैसे लगी? यह भी अफसर बताने को तैयार नहीं है। बदमाश अंशुल दीक्षित के पास पिस्टल कहां से आई? यह एक बड़ा सवाल है।

काला को मारने के लिए सेटिंग से करवाया ट्रांसफर

अंशुल दीक्षित पश्चिमी यूपी का कुख्यात अपराधी है। बताया जा रहा है कि उसने काला को मारने की सुपारी ली थी। इसे अंजाम देने के लिए उसने सेटिंग से चित्रकूट जेल में अपना ट्रांसफर करवाया था।

2008 में पहली बार पकड़ा था अंशुल

सीतापुर जिले के मानकपुर कुड़रा बनी का मूल निवासी अंशुल दीक्षित लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र के रूप दाखिला लेने के बाद अपराधियों के संपर्क में आया। वर्ष 2008 में वह गोपालगंज (बिहार) के भोरे में अवैध असलहों के साथ पकड़ा गया था। अंशुल दीक्षित को 2019 में दिसंबर में सुल्तानपुर जेल में वीडियो वायरल होने के बाद चित्रकूट जेल भेजा गया था।

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काला के खिलाफ 61 से अधिक दर्ज हैं आपराधिक मुकदमे

गैंगवार में मारा गया मुकीम काला वेस्ट यूपी का कुख्यात गैंगेस्टर था। उस पर एक लाख रुपए का ईनाम भी रखा जा चुका था। सपा सरकार में मुकीम काला का आतंक इतना था कि यूपी हरियाणा, पंजाब राजस्थान की पुलिस उसकी तलाश में थी। सहारनपुर में तनिष्क शोरूम में के इंस्पेक्टर की वर्दी में दस करोड़ की डकैती डालने वाले मुकीम से पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान एके-47 भी बरामद की थी।

मुकीम काला शामली जिले के कैराना थाना क्षेत्र के जहानपुरा गांव का रहने वाला था। जिस पर शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के अलावा दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में 61 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें लूट, रंगदारी, अपहरण, फिरौती जैसे 35 से ज्यादा मुकदमे थे। मुकीम काला के दूसरे भाई वसीम काला को 2017 में एसटीएफ मेरठ यूनिट ने मेरठ में मुठभेड़ में ढेर किया था।

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