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डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की जन्म जयंती पर समरसता पथ संचलन, सामाजिक समरसता के बगैर हिन्दू समाज में एकता संभव नहीं

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ पूरब भाग ने बाबा साहब डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bhimrao Ramji Ambedkar) की जन्म जयंती के अवसर पर शुक्रवार 14 अप्रैल को सायं साढ़े चार बजे मिनी स्टेडियम सेक्टर 11 विकास नगर, रिंग रोड लखनऊ से समरसता पथ संचलन निकाला गया जो नगर के मुख्य मार्गों से होता हुआ निकला।

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पथ संचलन में 3000 से अधिक स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में सहभाग किया। साहस,शौर्य,धैर्य, एकता, समरसता और पराक्रम के प्रतीक समरसता पथ संचलन नगर के मिनी स्टेडियम से शुरू हुआ जो रिंग रोड पर होता हुआ टेंढी पुलिया, विकास नगर, गुलाचीन मंदिर के बाद मुख्य बाजार से निकलकर पुनः प्रारम्भ स्थान पर पहुंचा। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाग संघचालक प्रभात अधौलिया ने की। मुख्य वक्ता इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रिय सह संगठन मंत्री सञ्जय श्रीहर्ष रहे। जहां संघ के अधिकारियों, स्वयंसेवकों द्वारा पूज्य बाबा साहब डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित की गई, तत्पश्चात अवध प्रांत के प्रांत सेवा प्रमुख डॉ. देवेन्द्र अस्थाना ने अभी हाल ही में जयपुर राजस्थान में सम्पन्न हुए सेवा संगम की जानकारी दी।

एकल गीत, अमृत वचन के बाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री सञ्जय श्रीहर्ष ने अपने उद्वोधन में कहा कि भेद भावना अधर्म है, इसलिए हिन्दू समाज से छुआछूत (अस्पृश्यता) दूर होनी चाहिए। कोई ऊंच नींच और छोटा बड़ा नहीं है। सब समान है। संघ सम्पूर्ण हिन्दू समाज के संगठन के लिए काम करता है। संघ में अस्पृश्यता नहीं है। संघ कार्यपद्धति और कार्यक्रमों की रचना भी इसी प्रकार की गयी है। उन्होंने कहा कि हम सभी हिन्दू भाई-भाई हैं। इसलिए छूआछूत और ऊंचनीच के भाव हटाकर सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है। जन्म से विषमता हमारे किसी शास्त्र में नहीं लिखी है। हिन्दू समाज के किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव ठीक नहीं है। लेकिन आज भी समाज में जाति के आधार पर आर्थिक आधार पर भेदभाव हो रहा है।

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उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के बगैर हिन्दू समाज में एकता संभव नहीं है। समता युक्त समाज निर्माण करना हमारा काम है। इसके लिए वंचित समाज के शैक्षिक व आर्थिक विकास के लिए काम करना होगा। वंचित समाज के बंधुओं की भी सम्मान के साथ सहभागिता भी चाहिए। क्योंकि हमारी कमियों का फायदा उठाकर दूसरे लोग हिन्दू समाज का बांटने का प्रयास क रहे हैं ।

बाबा साहब डा.भीमराव रामजी आम्बेडकर (Dr. Bhimrao Ramji Ambedkar)  कहते थे कि अस्पृश्यता केवल अस्पृश्यों का ही प्रश्न नहीं है। यह सम्पूर्ण हिन्दू समाज का प्रश्न है। अस्पृश्यता के निर्मूलन के लिए धार्मिक,सामाजिक,राजनैतिक व आर्थिक इन सभी विषयों पर विचार करना होगा। बाबा साहब कहते थे कि व्यक्ति की आर्थिक तथा राजनीतिक स्थिति में सुधार होने पर उसे समाज में अपने आप मान्यता प्राप्त हो जाती है। मुख्य वक्ता संजय श्रीहर्ष ने देश की एकता अखंडता को बनाए रखने के लिए लोगों का आवाहन किया उन्होंने कहा कि आज देश को एकता के सूत्र में बाधने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए। “सब समाज को लिए साथ में आगे है बढ़ते जाना।” यही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। और संघ इसके लिए अपने स्थापना काल से यह कार्य करता आ रहा है जिसके अब सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।

इस समरसता पथ संचलन कार्यक्रम में विभाग कार्यवाह अमितेश, विभाग प्रचारक अनिल, प्रांत सह सेवा प्रमुख तेजभान सिंह, प्रांत पर्यावरण प्रमुख ललित कुमार, सह भाग संघचालक अरूण कुमार, भाग कार्यवाह ज्योति प्रकाश, सह भाग कार्यवाह रामलखन सहित भाग, नगर के अधिकारी व स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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