लखनऊ। यूपी की योगी सरकार कोरोना महामारी की दूसरी पर काबू पाने की हर जतन कर रही है। इसी बीच कुछ लोगों ने मरीजों व तीमारदारों की मदद करने के बजाए उल्टा उनका शोषण करने पर उतारू हो गए हैं।
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हालांकि योगी सरकार ने आपदा में अवसर तलाशने वालों पर पुख्ता इंतजाम कर रही है। इसके बावजूद सरकार का ये प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है। इसकी बानगी प्रदेश के अन्य जिलों के बात ही छोड़ दीजिए राजधानी में आए दिन देखी जा रही है।
शनिवार को सोशल मीडिया पर लाश को ले जाने वाहन की रसीद वायरल हो रही है। इसमें किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) से आलमबाग तक ले जाने का किराया 6050 रुपये वसूला गया है। पीड़ित प्रवीन कुमार ने बताया कि पहले तो गाड़ी मालिक ने 10 हजार रुपये की मांग की थी। इसके बाद काफी मान मनौव्वल के बाद 6050 रुपये पर डेड बॉडी ले जाने को तैयार हुआ है। ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की कई खबरें मीडिया में आ चुकी हैं। अब सवाल उठता है कि कोरोना महामारी से परेशान जनता को कब तक राहत दिला पाएगी और जालसाजों को पर शिकंजा कस पाएगी।