वाराणसी। वाराणसी के बीएचयू के एम्पीथियेटर स्थित पद्मभूषण पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल कोरोना मरीजों के लिए शुरू हो गया है। इस अस्थाई अस्पताल का निर्माण डीआरडीओ और सेना ने मिलकर किया है।
पढ़ें :- देश के युवा कारोबारी रोहन मीरचंदानी की 42 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, एपिगैमिया के थे सह संस्थापक
बता दें कि पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र का कोविड-19 समस्याओं के बीच हार्ट अटैक के चलते बीते 25 अप्रैल को निधन हो गया था। 70 वर्ष के दिग्गज शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्रा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेन अस्पताल में आखिरी सांस ली थी।
इस दौरान पंडित राजन मिश्रा के बेटे रजनीश ने कहा था कि वह पिछले तीन दिन से सेंट स्टीफन अस्पताल में भर्ती थे। रजनीश ने पीटीआई से बातचीत में कहा था कि मिश्रा का शाम करीब 6:30 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। हम वेंटिलेटर के लिए प्रयास कर रहे थे लेकिन किसी ने हमारी सहायता नहीं की। हालांकि बाद में प्रधानमंत्री कार्यालय ने मदद का हाथ बढ़ाया, लेकिन तब तक राजन मिश्र का निधन हो चुका था।
पंडित राजन मिश्रा के बेटे रजनीश ने कहा कि पिता जब सांसों के लिए तड़प रहे थे, तब उन्हें ये देश वेंटीलेटर तक मुहैया न करा पाया। अब उन्हीं के नाम का पोस्टर छपवाकर अस्पताल का प्रचार हो रहा है। इस पर उनके बेटे ने कहा कि सिस्टम फेल है, पिता तो चले गए, पूरे देश का नाम उनके नाम पर रख दीजिए, क्या फर्क पड़ता है?